Tractor Diesel Saving Tips: ट्रैक्टर में डीजल बचाने के 5 आसान तरीके, जिनसे घटेगी लागत और बढ़ेगा मुनाफा आगरा में स्थापित होगा अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र, मोदी कैबिनेट ने 111.5 करोड़ की परियोजना को दी मंजूरी यूपी में डेयरी विकास को बढ़ावा, NDDB को मिली तीन संयंत्रों की जिम्मेदारी किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 26 June, 2025 12:21 PM IST
NDDB को सौंपी गई तीन डेयरी संयंत्रों और पशु आहार निर्माणशाला की जिम्मेदारी (प्रतीकात्मक तस्वीर)

योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के दुग्ध क्षेत्र को आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है. राज्य सरकार और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में हुए इस समझौते के तहत, राज्य सहकारी डेयरी फेडरेशन (पीसीडीएफ) द्वारा संचालित तीन प्रमुख डेयरी संयंत्र – कानपुर, गोरखपुर और कन्नौज – तथा अंबेडकर नगर स्थित पशु आहार निर्माणशाला का संचालन अब NDDB द्वारा किया जाएगा.

तकनीकी दक्षता, पारदर्शिता और किसानों को मिलेगा लाभ

सरकारी बयान के अनुसार, NDDB के संचालन से इन इकाइयों में तकनीकी दक्षता, व्यावसायिक पारदर्शिता और गुणवत्ता मानकों में सुधार होगा. इसका सीधा लाभ प्रदेश के दुग्ध उत्पादकों को मिलेगा, जिन्हें अब समयबद्ध भुगतान, बेहतर मूल्य और स्थायी विपणन व्यवस्था प्राप्त होगी.

मुख्यमंत्री का विजन: वैज्ञानिक डेयरी प्रबंधन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि उत्तर प्रदेश की पशुधन संपदा और दुग्ध उत्पादन क्षमता को यदि वैज्ञानिक और योजनाबद्ध तरीके से विकसित किया जाए, तो राज्य देश ही नहीं, वैश्विक स्तर पर भी पहचान बना सकता है. उन्होंने NDDB को तकनीकी और प्रबंधन विशेषज्ञता वाला संगठन बताते हुए इस साझेदारी को किसानों के लिए लाभकारी और परिवर्तनकारी बताया.

महिला सशक्तिकरण की दिशा में डेयरी क्षेत्र की भूमिका

मुख्यमंत्री ने झांसी की बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी सहित कई जिलों में महिलाओं की भागीदारी को सराहनीय बताया. उन्होंने कहा कि दुग्ध विकास महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का एक प्रभावी माध्यम बन रहा है, और NDDB इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभा रहा है.

पिछली सरकारों की उपेक्षा से वर्तमान की प्रगति तक

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों की नीतिगत कमजोरी और इच्छाशक्ति की कमी के कारण पशुपालन क्षेत्र उपेक्षित रहा, लेकिन वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस क्षेत्र में बड़े सुधार और नवाचार हुए हैं, जिससे नए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न हो रहे हैं.

NDDB का भरोसा: मॉडल इकाइयां बनेंगी यह परियोजनाएं

एनडीडीबी के अध्यक्ष मीनेश शाह ने भरोसा दिलाया कि तीनों डेयरी संयंत्र और पशु आहार निर्माणशाला को आने वाले वर्षों में प्रदेश की सबसे लाभकारी और मॉडल इकाइयों में बदला जाएगा. उन्होंने कहा कि NDDB उत्तर प्रदेश के दुग्ध विकास के लिए दीर्घकालिक और प्रभावशाली योजनाओं के साथ कार्य कर रहा है. यह समझौता न केवल दुग्ध उत्पादकों की आय में वृद्धि करेगा, बल्कि उत्तर प्रदेश को वैश्विक डेयरी मानचित्र पर प्रतिष्ठित स्थान दिलाने की दिशा में एक दूरदर्शी और ठोस पहल के रूप में देखा जा रहा है.

English Summary: Milk development gets new momentum in Uttar Pradesh NDDB responsibility of three dairy plants and animal feed manufacturing plant
Published on: 26 June 2025, 12:25 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now