GFBN Story: गन्ने और केले की स्मार्ट खेती से हिमांशु नाथ ने रचा सफलता का इतिहास, सालाना टर्नओवर 1 करोड़ से ज्यादा! GFBN Story: लाख की खेती से मिलन सिंह विश्वकर्मा को मिली बड़ी पहचान, सालाना कमा रहे हैं भारी मुनाफा! GFBN Story: रिटायरमेंट के बाद इंजीनियर शाह नवाज खान ने शुरू की नींबू की खेती, अब कमा रहे हैं शानदार मुनाफा! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 5 January, 2023 5:27 PM IST

सरकार लगातार किसानों को खेती-बाड़ी के अलावा पशुपालन व मत्स्यपालन सहित कृषि से जुड़ी व्यवसाय करने के लिए बढ़ावा दें रही है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के किसानों को दुग्ध व्यवसाय करने पर प्रोत्साहित कर रही है.

दुग्ध उत्पादन क्षेत्र से किसानों की आय बढ़ाने की योजना

दरअसल, सरकार की योजना दुग्ध उत्पादन क्षेत्र के जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और मजबूत करने की है. इसके लिए राज्य की योगी सरकार ने 190 गावों का चयन किया है. इन चयनित गांवों में सरकार दुग्ध व्यवसाय शुरू करने या दुग्ध व्यवसाय करने वाले किसानों को इस व्यवसाय से जुड़ी सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध करायेगी. इसका मकसद दुग्ध उत्पादन क्षेत्र के व्यवसाय को बढ़ाकर किसानों की आमदनी बढ़ाने से है. क्योंकि किसानों के लिए दुग्ध उत्पादन व्यवसाय आज भी आमदनी के लिहाजे से अच्छा विकल्प है.

ये भी पढ़ें: भैंस से ज्यादा दूध उत्पादन के लिए इन 5 बातों का रखें ध्यान

राज्य के इन जिलों से चुना गया 190 गांव

उत्तर प्रदेश में दुग्ध उत्पादन क्षेत्र के व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए  जिन आदर्श गावों का चयन किया गया है वो निम्नलिखित जिले के हैं. 

वाराणसी के 15 गांव

बरेली के 15 गांव

लखनऊ, प्रयागराज, चित्रकूट, बस्ती, गोरखपुर, आजमगढ़, आयोध्या के 10 गांव

मिर्जापुर, गोंडाझांसीअलीगढ़मुरादाबादमुजफ्फरनगर और मेरठ के 10 गांव

कानपुर और  मथुरा के 5 गांव

बुलंदशहर और आगरा के 5 गांव

इन गांवों में होंगी ये सुविधाएं

इन चयनित गांवों में दुग्ध व्यवसाय शुरू करने वाले किसानों को तकनीकी जानकारी के साथ ही हर तरीके की सुविधा दी जायेगी.

यहां तक की पशुओं की प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा भी गांवों में ही होगी.

इसके साथ ही दुधारू पशुओं के लिए पशु आहारमिनरल मिक्सर और शुध्द पानी की भी व्यवस्था की जायेगी.

दुग्ध व्यवसाय चलाने वाले समितियों को दुग्ध मूल्य का भुगतान प्राथमिकता के आधार पर किया जायेगा.

इन समितियों के सदस्योंसचिवों एवं टेस्टर को तकनीकी जानकारियां दी जायेगी.

इसके साथ ही गावों में ही दुधारू पशुओं का टीकाकरणडिवर्मिंग, टिक कंट्रोल एवं कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा भी मुहैया कराई जायेगी.

जैसा की दुग्ध व्यवसाय में मुनाफा अच्छा है. ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार के इस फैसले के बाद ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार होगा और अधिक से अधिक किसान व युवा इस बिजनेस से जुड़ेंगे.

English Summary: Milk business will increase the income of farmers! 190 villages were selected
Published on: 05 January 2023, 05:31 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now