देश में इन दिनों एक नई तरह का फ्रॉड ट्रेंड देखने को मिल रहा है. जिसमें सरकारी योजनाओं के नाम पर फर्जी वेबसाइटें बनाई जा रही हैं,जो लोगों को सरकारी नौकरी देने का दावा कर रही हैं. इन वेबसाइटों को इस प्रकार से डिजाइन किया जा रहा है कि कोई भी इन्हें देख धोखा खा जाएगा.सबसे चिंताजनक बात यह है कि ये वेबसाइटें लोगों से नौकरी के आवेदन के नाम पर पैसे भी मांग रही हैं.
सोशल मीडिया पर फर्जी वेबसाइट की चर्चा
इन दिनों सोशल मीडिया पर https://rojgarsevak.org/ नाम की एक वेबसाइट काफी चर्चाओं में है. ये वेबसाइट मनरेगा की आधिकारिक वेबसाइट होने का दावा कर रही है. हैरान करने वाली बात तो ये है की इस वेबसाइट पर मनरेगा से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध है. वेबसाइट पर नौकरियों से संबंधित सभी जानकारी दी गई है. इस पर देश के विभिन्न राज्यों के मजदूरों की तस्वीरें भी अपलोड की गई हैं, लेकिन जांच करने पर पता चलता है कि यह एक फर्जी वेबसाइट है.
PIB ने लोगों को किया अलर्ट
दरअसल, प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) की फैक्ट चेकिंग टीम ने इस संबंध में लोगों को अलर्ट किया है. पीआईबी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "सोशल मीडिया पर रोजगार सेवक नामक एक वेबसाइट का लिंक सरक्यूलेट हो रहा है. यह वेबसाइट खुद को मनरेगा की आधिकारिक साइट होने का दावा कर रही है, लेकिन ऐसा नहीं है. यह एक फर्जी वेबसाइट है. ऐसी फर्जी वेबसाइटों से लोग सावाधान रहें. किसी की वेबसाइट को पहले सही तरह से जांच ले, उसके बाद भी आगे का कदम उठाएं. किसी भी गलत या फर्जी वेबसाइट/लिंक के जरिए आप धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं."
यहां पाएं मनरेगा से जुड़ी आधिकारिक जानकारी
इस फर्जी साइट पर विभिन्न पदों के लिए वैकेंसी के बहाने कई तरह के नोटिफिकेशन जारी की गई हैं. लेकिन, ये एक फर्जी वेबसाइट है. आपको बता दें कि मनरेगा की आधिकारिक वेबसाइट https://nrega.nic.in है. यहां आपको मेनरेगा से जुड़ी सही जानकारी मिल जाएगी. सरकार ने भी देश के किसानों और युवाओं से अपील की है कि वे ऐसे दावों पर यकीन न करें और न ही ऐसे मैसेज को फॉरवर्ड करें.