जहां एक तरफ पूरा देश होली के त्योहार बना रहा है. ऐसे में कृषि जागरण की 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' लगातार जारी है, जो किसानों के द्वारा किए जा रहे कार्यों को दुनिया तक पहुंचा रही है. बता दें कि कृषि जागरण की यह यात्रा राजस्थान के जिले टोंक गांवों तक पहुंच चुकी है. जहां कृषि जागरण की टीम ने गांव के किसानों के साथ होली का त्योहार बहुत ही धूमधाम से मनाया और साथ ही प्रगतिशील किसानों से भी मुलाकात की. यात्रा के दौरान, केवीके प्रभारी बंसी चौधरी, किसान सूरज नारायण जाट के अटूट समर्थन और रामगढ़ कृषि निर्माता के सराहनीय प्रयासों से यात्रा को मजबूती मिली.
बता दें कि 21 मार्च, 2024 को रोड शो केवीके-टोंक से होकर गुजरा और पाली गांव के समुदाय में पहुंचा. वहीं, 22 मार्च 2024 को बिलोद, जयपुर, राजस्थान में यात्रा के आगमन का गवाह बना. इस यात्रा ने ज्ञानोदय की अपनी छवि उजागर की, आधुनिक कृषि पद्धतियों पर चर्चा को बढ़ावा दिया और सामूहिक प्रगति की भावना पैदा की.
क्या है MFOI Kisan Bharat Yatra?
बता दें कि 'एमएफओआई किसान भारत यात्रा 2023-24' ग्रामीण परिदृश्य को बदल स्मार्ट गांवों के विचार की कल्पना करता है. एमएफओआई किसान भारत यात्रा का लक्ष्य दिसंबर 2023 से नवंबर 2024 तक देश भर की यात्रा करना है, जो 1 लाख से अधिक किसानों तक विस्तारित होगी. जिसमें 4 हजार से अधिक स्थानों का विशाल नेटवर्क शामिल होगा और 26 हजार किलोमीटर से अधिक की उल्लेखनीय दूरी तय की जाएगी. इस मिशन का प्राथमिक उद्देश्य कृषि समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाना है, ताकि किसानों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि को बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाया जा सके.
एक लाख से अधिक किसानों को जोड़ने का लक्ष्य
MFOI भारत यात्रा का शुभारंभ भारत में करोड़पति किसानों की उपलब्धियों को पहचानने और उनके द्वारा किए गए कार्यों को पहचान दिलाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है. यह राष्ट्रव्यापी यात्रा एक लाख से अधिक किसानों से जुड़ेगी, 4520 स्थानों को पार करेगी और 26,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी.
इतने बड़े पैमाने पर किसानों के साथ जुड़कर, यात्रा उनकी सफलता की कहानियों को दुनिया के समक्ष लाएगी.