MFOI, VVIF Kisan Bharat Yatra: रानी लक्ष्मी बाई कृषि विश्वविद्यालय, झांसी (उत्तर प्रदेश) से शुरू हुई कृषि जागरण की 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' लगातार जारी है. मध्य भारत के क्षेत्रों में यात्रा को किसानों से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. यात्रा के दौरान किसानों को कृषि जागरण की पहल MFOI (Millionaire farmer of India) के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है, जो किसानों उनकी पहचान दिलाने और उन्हें सम्मामित करने की एक बेहतरीन पहल है. फिलहाल, यात्रा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से गुजर रही है. जहां, इस पहल को खुब सराहा जा रहा है. इसी कड़ी में बुधवार (6 मार्च, 2024) को 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के पृथ्वीपुर नया खेड़ा और चिरगाँव पहुंची. किसानों को सम्मानित करने की इस पहल के बारे में जानकर किसान काफी खुश हुए और उन्होंने इस पहल का समर्थन किया.
MFOI अपने आप में एक अनोखी पहल
झांसी में यात्रा का कारवां सबसे पहले पृथ्वीपुर नया खेड़ा पहुंचा, जहां कृषि जागरण की टीम ने प्रगतिशील किसानों को महिंद्रा ट्रैक्टर्स द्वारा प्रायोजित प्रतिष्ठित 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के बारे में जागरूक किया. इस दौरान उन्हें ये बताया गया की क्यों उनके लिए ये सम्मान महत्वपूर्ण है. कृषि जागरण की टीम ने किसानों को बताया कि ये अपनी तरह की पहल और अनोखी पहल है. ऐसे में किसानों को इसमें बढ़-चढ़ कर भाग लेना होगा. इसके बाद यात्रा जारी रही और अगले पड़ाव में झांसी के चिड़गांव पहुंची. जहां, कृषि जागरण की टीम ने किसान उत्पादन संगठन, चिड़गांव के सदस्यों और क्षेत्र के अन्य किसानों को MFOI के बारे में जागरूक किया.
इसी तरह, गुरुवार (7 मार्च, 2024) को यात्रा झांसी के लहरगिर्द और बड़ौदा पहुंची. यहां के किसानों ने खेती-किसानी से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रखे और MFOI की पहल का समर्थन किया. इस दौरान किसान उत्पादक संगठन, बड़ौदा के सदस्य आत्माराम राजपूत ने कहा कि बुंदेलखंड उत्तर प्रदेश का एक बड़ा क्षेत्र है. हमारे यहां फसलों की खेती समेत कई तरह के फलों और सब्जियों का उत्पादन भी किया जाता है. उन्होंने कहा कि एफपीओ के जरिए हम किसानों को जोड़कर उन्हें उचित मुनाफा और लाभ देने की दिशा में काम कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कृषि जागरण की पहल MFOI की सराहना करते हुए कहा कि किसने को सम्मानित करने की दिशा में यह एक बेहतरीन प्रयास है. उन्होंने कहा कि हमारे एफपीओ का भी यही प्रसाय है की किसानों को आय बढ़े और वे मिलेनियर किसान बनें.
इस दौरान, 'MFOI, VVIF Kisan Bharat Yatra' में पश्चिम और मध्य भारत जोन के लिए कृषि जागरण के साथ बतौर पार्टनर जुड़ी कृषि उपकरण निर्माता कंपनी स्टिल (STIHL) ने अपने कृषि उपकरण प्रदर्शित किए और किसानों को इनके बारे में जानकारी दी. बता दें कि महिंद्रा ट्रैक्टर्स द्वारा प्रायोजित 'MFOI, VVIF Kisan Bharat Yatra' में पश्चिम और मध्य क्षेत्रों के लिए कृषि जागरण के साथ अग्रणी कृषि उपकरण निर्माता कंपनी स्टिल ने साझेदारी की है. इस साझेदारी का उद्देश्य करोड़पति किसानों को जोड़ना, कृषि समुदाय के भीतर गौरव और प्रेरणा को बढ़ावा देना है. पश्चिम और मध्य क्षेत्रों की 'MFOI, VVIF Kisan Bharat Yatra' के दौरान STIHL इंडिया कंपनी किसानों को खेती और कृषि उपकरणों से जुड़ी जानकारी देने के साथ-साथ उन्हें जागरूक करने का काम भी करेगी.
क्या है MFOI Kisan Bharat Yatra?
बता दें कि 'एमएफओआई किसान भारत यात्रा 2023-24' ग्रामीण परिदृश्य को बदल स्मार्ट गांवों के विचार की कल्पना करता है. एमएफओआई किसान भारत यात्रा का लक्ष्य दिसंबर 2023 से नवंबर 2024 तक देश भर की यात्रा करना है, जो 1 लाख से अधिक किसानों तक विस्तारित होगी. जिसमें 4 हजार से अधिक स्थानों का विशाल नेटवर्क शामिल होगा और 26 हजार किलोमीटर से अधिक की उल्लेखनीय दूरी तय की जाएगी. इस मिशन का प्राथमिक उद्देश्य कृषि समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाना है, ताकि किसानों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि को बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाया जा सके.
एक लाख से अधिक किसानों को जोड़ने का लक्ष्य
MFOI भारत यात्रा का शुभारंभ भारत में करोड़पति किसानों की उपलब्धियों को पहचानने और उनके द्वारा किए गए कार्यों को पहचान दिलाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है. यह राष्ट्रव्यापी यात्रा एक लाख से अधिक किसानों से जुड़ेगी, 4520 स्थानों को पार करेगी और 26,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी. इतने बड़े पैमाने पर किसानों के साथ जुड़कर, यात्रा उनकी सफलता की कहानियों को दुनिया के समक्ष लाएगी.