'MFOI, VVIF Kisan Bharat Yatra': उत्तर भारत जोन के लिए शुरू की गई कृषि जागरण की 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' इस समय भारत के उत्तरी क्षेत्रों से गुजर रही है. ऐसे में यात्रा केवीके आगरा, सोराई, खैरागढ़ और खलौहा सहित आगरा के गांवों से गुजर रही है. इस दौरान रोड शो कृषक समुदाय पर एक प्रभावशाली छाप छोड़ी रही है. प्रत्येक पड़ाव पर, इसने न केवल किसानों को 'एमएफओआई अवार्ड्स' की महिमा से परिचित करा रही है, बल्कि प्रगतिशील किसानों के साथ नेटवर्किंग के लिए एक मंच के रूप में भी काम कर रही है.
बता दें कि इन स्थानों पर 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' की सफलता के लिए आगरा में केवीके प्रमुख डॉ. राजेंद्र सिंह चौहान के साथ-साथ रवि करण वर्मा, धुरज और नरेंद्र चाहर जैसे किसानों का भरपूर सहयोग मिला.
क्या है MFOI Kisan Bharat Yatra?
बता दें कि 'एमएफओआई किसान भारत यात्रा 2023-24' ग्रामीण परिदृश्य को बदल स्मार्ट गांवों के विचार की कल्पना करता है. एमएफओआई किसान भारत यात्रा का लक्ष्य दिसंबर 2023 से नवंबर 2024 तक देश भर की यात्रा करना है, जो 1 लाख से अधिक किसानों तक विस्तारित होगी. जिसमें 4 हजार से अधिक स्थानों का विशाल नेटवर्क शामिल होगा और 26 हजार किलोमीटर से अधिक की उल्लेखनीय दूरी तय की जाएगी. इस मिशन का प्राथमिक उद्देश्य कृषि समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाना है, ताकि किसानों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि को बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाया जा सके.
एक लाख से अधिक किसानों को जोड़ने का लक्ष्य
MFOI भारत यात्रा का शुभारंभ भारत में करोड़पति किसानों की उपलब्धियों को पहचानने और उनके द्वारा किए गए कार्यों को पहचान दिलाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है. यह राष्ट्रव्यापी यात्रा एक लाख से अधिक किसानों से जुड़ेगी, 4520 स्थानों को पार करेगी और 26,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी. इतने बड़े पैमाने पर किसानों के साथ जुड़कर, यात्रा उनकी सफलता की कहानियों को दुनिया के समक्ष लाएगी.
महिंद्रा ट्रैक्टर्स द्वारा प्रायोजित 'एमएफओआई अवार्ड्स' के बारे में
महिंद्रा ट्रैक्टर्स द्वारा प्रायोजित द मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया (एमएफओआई) अवार्ड्स/Millionaire Farmer of India (MFOI) Awards sponsored by Mahindra Tractors उन भारतीय किसानों के लिए हैं, जिन्होंने न केवल अपनी आय दोगुनी की है बल्कि अपने अथक प्रयासों और नवीन कृषि पद्धतियों के माध्यम से करोड़पति भी बन गए हैं. इसका उद्देश्य भारत के कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के वास्तविक नायकों को स्वीकार करने और सम्मानित करने के लिए सबसे अमीर और प्रगतिशील किसानों के साथ-साथ कुछ शीर्ष कॉरपोरेट्स को एक छत के नीचे लाना है. साथ ही इन किसानों को दुनिया में अपनी एक अलग पहचान प्राप्त हो सके.