MFOI, VVIF Kisan Bharat Yatra: कृषि जागरण की 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' लगातार जारी है. उत्तर भारत के क्षेत्रों में यात्रा को किसानों से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. यात्रा के दौरान किसानों को कृषि जागरण की पहल MFOI (Millionaire farmer of India) के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है, जो किसानों उनकी पहचान दिलाने और उन्हें सम्मानित करने की एक बेहतरीन पहल है. फिलहाल, यह यात्रा आज यानी शुक्रवार (15 मार्च, 2024) के दिन राजस्थान के जिले राजस्थान के अजमेर जिले देवनगर गांव में पहुंच चुकी है. बता दें कि राजस्थान में अजमेर जिले में इस यात्रा को कृषि विज्ञान केंद्र, अजमेर के केवीके प्रमुख धर्मेंद्र भाटी का सहयोग प्राप्त हुआ.
ऐसे में आइए आज की राजस्थान यात्रा में क्या कुछ खास रहा इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
राजस्थान में 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा'
राजस्थान के अजमेर में आज यानी की 15 मार्च, 2024 के दिन 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' का कारवां पहुंचा. इस दौरान कृषि जागरण की टीम ने किसानों से बात की और साथ ही KVK यानी की कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारियों से भी बात की. वहीं, यात्रा के दौरान कृषि जागरण की टीम ने किसानों को बताया कि कैसे कृषि जागरण पिछले 27 वर्षों से किसानों के लिए काम कर रहा है. इस यात्रा में अजमेर के किसानों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपने विचारों को भी व्यक्त किया. इसके अलावा कृषि जागरण की टीम ने MFOI, VVIF Kisan Bharat Yatra के माध्यम से प्रगतिशील किसानों को महिंद्रा ट्रैक्टर्स द्वारा प्रायोजित प्रतिष्ठित 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के बारे में जागरूक किया.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' देश भर में जारी है, यह यात्रा किसानों के जीवन को छूने, उन्हें ज्ञान, संसाधनों और मान्यता के साथ सशक्त बनाने का काम कर रही है. इस यात्रा के माध्यम से कृषि जागरण और हमारे सहयोगी एक समय में एक किसान के लिए भारतीय कृषि के उज्जवल और अधिक समृद्ध भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं.
MFOI Kisan Bharat Yatra क्या है?
'एमएफओआई किसान भारत यात्रा 2023-24' ग्रामीण परिदृश्य को बदल स्मार्ट गांवों के विचार की कल्पना करता है. एमएफओआई किसान भारत यात्रा का लक्ष्य दिसंबर 2023 से नवंबर 2024 तक देश भर की यात्रा करना है, जो 1 लाख से अधिक किसानों तक विस्तारित होगी. जिसमें 4 हजार से अधिक स्थानों का विशाल नेटवर्क शामिल होगा और 26 हजार किलोमीटर से अधिक की उल्लेखनीय दूरी तय की जाएगी.
कृषि जागरण की इस पहल का मुख्य उद्देश्य कृषि समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाना है, ताकि किसानों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि को बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाया जा सके.