भारत और ब्राजील के कृषि क्षेत्र में सहयोग के 75 वर्षों की सफलता का उत्सव मनाने के लिए भारत का छः सदस्यीय दल इन दिनों ब्राजील में कृषि अध्ययन भ्रमण पर है. इस यात्रा का आयोजन "वाईस आफ इंडिया" कार्यक्रम के तहत किया गया है, और इसके माध्यम से भारत और ब्राजील के बीच कृषि संबंधों को और भी मजबूत बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
कृषि जागरण से हुई बातचीत में डॉ. राजाराम त्रिपाठी, जो मां दंतेश्वरी हर्बल ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष तथा अखिल भारतीय किसान महासंघ (आईफा) के अध्यक्ष ने बताया कि इस भारतीय दल ने ब्राजील में भारतीय राजदूत सुरेश रेड्डी के आमंत्रण पर दूतावास और उनके निवास पर विशेष बैठक में भाग लिया.
इस महत्वपूर्ण बैठक में भारत के राजदूत सुरेश रेड्डी और डॉ. राजाराम त्रिपाठी के बीच कृषि क्षेत्र में सहयोग के विस्तार, चुनौतियों का समाधान और किसानों की भूमिका पर विस्तृत चर्चा हुई. दोनों देशों के कृषि तंत्र में सुधार और समन्वय की दिशा में साझा प्रयासों को बढ़ावा देने के उपायों पर विचार विमर्श किया गया. डॉ. त्रिपाठी ने अपनी संघर्ष यात्रा और कोंडागांव में उन्नत कृषि के लिए किए गए नवाचारों के बारे में बताया.
उन्होंने यह भी साझा किया कि उनका फार्म भारत का पहला सर्टिफाइड ऑर्गेनिक हर्बल फार्म है, जहां हजारों आदिवासी परिवार जुड़े हुए हैं और लाभान्वित हो रहे हैं. डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि उनके फार्म पर देश भर के लाखों किसानों ने जैविक खेती और नवाचारों को सीखने के लिए दौरा किया है और इससे उन्हें बड़ा लाभ हुआ है.
बैठक के दौरान, दोनों देशों के कृषि क्षेत्र में मौजूद प्रमुख समस्याओं, विशेषकर "क्लाइमेट चेंज" (जलवायु परिवर्तन) के कारण उत्पन्न हो रही कठिनाइयों पर भी गहरी चर्चा हुई. दोनों देशों के किसान जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए क्या रणनीतियां अपना रहे हैं, इस पर भी विस्तार से विचार किया गया. इस प्रकार की चर्चा ने भारतीय और ब्राजीलियाई किसानों के बीच बेहतर तालमेल और सहयोग के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया.
बैठक के बाद, राजदूत महोदय द्वारा भारतीय दल 'वाईस आफ इंडिया' के स्वागत में एक भव्य रात्रिभोज का आयोजन किया गया, जिसमें भारतीय व्यंजनों का लुत्फ लिया गया. इस दौरान, ब्राजील की प्रसिद्ध 'केरिओका बीन्स' से बनी एक विशेष एवं स्वादिष्ट मिठाई भी पेश की गई, जिसे पहले कभी भी कहीं और नहीं तैयार किया गया था. इस मिठाई के स्वाद को सभी ने सराहा, निश्चित रूप से इस पौष्टिक बींस के उपयोग की सीमा इससे और भी कई गुना बढ़ गई है, और इसे इसे उगाने वाले किसानों का मुनाफा भी बढ़ेगा.
राजदूत सुरेश रेड्डी और उनकी धर्मपत्नी स्नेहा रेड्डी के द्वारा दल के सभी सदस्यों का आत्मीय स्वागत किया गया, जिससे वे सभी अभिभूत हो गए. कार्यक्रम के समापन पर, डॉ. राजाराम त्रिपाठी ने मां दंतेश्वरी हर्बल समूह और आईफा की ओर से राजदूत सुरेश रेड्डी को कोंडागांव स्थित मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म और रिसर्च सेंटर का दौरा करने का सादर निमंत्रण दिया, जिसे सुरेश रेड्डी ने खुशी से स्वीकार कर लिया.
इस यात्रा में छः गणमान्य व्यक्ति शामिल हैं. हालांकि, कृषि जागरण द्वारा आयोजित और महिंद्रा ट्रैक्टर्स द्वारा प्रायोजित MFOI Awards 2023 के तहत की जा रही यात्रा में उनमें दो गणमान्य व्यक्ति डॉ. राजाराम त्रिपाठी, जिन्हें MFOI Awards 2023 में "रिचेस्ट फार्मर ऑफ इंडिया" अवार्ड से सम्मानित किया गया था और महिला कृषि उद्यमी रत्नम्मा, जिन्होंने MFOI Awards 2023 में "वूमेन कैटेगरी" में ‘नेशनल अवार्ड’ प्राप्त किया था, आदि शामिल हैं.
इस यात्रा का आयोजन अपेक्स ब्राज़ील और माफा ब्राजील सरकार द्वारा किया गया है, जिसमें दल को ब्राजील के विभिन्न कृषि उद्यमों, फार्मों, कोऑपरेटिव्स, संस्कृत इकाइयों और रिसर्च संस्थानों का भ्रमण कराया जा रहा है. डॉ. राजाराम त्रिपाठी ने इस यात्रा को सफल बनाने के लिए कृषि जागरण की पूरी टीम, विशेष रूप से कृषि जागरण के संस्थापक एवं प्रधान संपादक एमसी डोमिनिक, प्रबंध निदेशक शाइनी डोमिनिक को धन्यवाद दिया.
इसके अलावा, अपेक्स ब्राजील के अधिकारियों अनिरुद्ध शर्मा, एंजेलो मारिसिओ, एड्रिआना, पॉउला सोआरेस, डेब्रा फेइटोसा, डाला कालीगारो और फिलिपे ने इस ब्राजील ब्राह्मण कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिससे इस यात्रा ने ऐतिहासिक रूप से सफलता प्राप्त की.
MFOI अवार्ड्स की शुरुआत और उद्देश्य
मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया (MFOI) अवार्ड्स की शुरुआत कृषि जागरण के संस्थापक एवं प्रधान संपादक, एम.सी. डोमिनिक की दूरदर्शी सोच से हुई है. वही MFOI अवार्ड्स का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसानों को सम्मान मिले, उनके योगदान को उजागर किया जाए, और उनके द्वारा किए गए नवाचारों और सफलता की कहानियों को जनता तक पहुंचाया जाए. MFOI अवार्ड्स आयोजन किसानों के लिए एक विशेष मंच प्रदान करता है, जहां वे अपनी उपलब्धियों और संघर्षों को साझा करते हैं और दूसरों से प्रेरणा प्राप्त करते हैं.