Groundnut Variety: जून में करें मूंगफली की इस किस्म की बुवाई, कम समय में मिलेगी प्रति एकड़ 25 क्विंटल तक उपज खुशखबरी! अब किसानों और पशुपालकों को डेयरी बिजनेस पर मिलेगा 35% अनुदान, जानें पूरी डिटेल Monsoon Update: राजस्थान में 20 जून से मानसून की एंट्री, जानिए दिल्ली-एनसीआर में कब शुरू होगी बरसात किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 7 December, 2023 4:42 PM IST
केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति.

MFOI 2023: भारत के प्रमुख एग्री मीडिया हाउस कृषि जागरण द्वारा शुरू किए गए तीन दिवसीय ‘महिंद्र मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड 2023' का आयोजन मेला ग्राउंड, आईएआरआई में किया जा रहा है. इस अवॉर्ड शो के दूसरे दिन (7 दिसंबर, गुरुवार) केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री, साध्वी निरंजन ज्योति मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुई. इस दौरान उन्होंने मेला ग्राउंड में लगाई गई प्रदर्शनी का भी जायजा लिया. प्रदर्शनी का जायजा लेने के बाद उन्होंने किसानों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है. देश के विकास में कृषि ने हमेशा अपना योगदान दिया है. लेकिन, जब बात किसानों की आती है तो हम उन्हें भूल जाते हैं. उन्होंने कहा कि किसान हमारे देश के रीड की हड्डी है. इसी हड्डी को मजबूत करने के लिए मोदी सरकार लगातार प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि किसानों का सम्मान, देश का सम्मान है. मैं किसानों को सम्मानित करने की कृषि जागरण की पहल की सराहना करती हूं. 

'किसानों को मिल रहा कई योजनाओं का लाभ'

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा से किसानों का भला चाहा है. बात चाहे कृषि के विकास की हो या किसानों की आय दोगुनी करने की. वह हर कदम पर किसानों के साथ रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक समय था जब देश में चावल और गूंह बाहर से इंपोर्ट किया जाता था. लेकिन, आज स्थिति बदल चुकी है. अब देश में ही बड़े स्तर पर चावह और गेहूं का उत्पादन किया जा रहा है, जो देश के किसानों की मेहनत और उनकी ताकत को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि देश के किसानों के लिए केंद्र सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही है, जिनका किसान लाभ भी उठा रहे हैं. योजनाओं के जरिए किसानों को कई तरह की सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं.

'कम हुए किसानों की आत्महत्या के मामले'

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के आने के बाद से देश में किसानों की आत्महत्या के मामले भी कम हुए हैं, जो सरकारी की योजनाओं की सफलता का परिणाम है. उन्होंने कहा कि सरकार की ऐसी ही सफल योजनाओं में से एक है
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, जिसके जरिए केंद्र सरकार ने किसानों का सम्मान बढ़ाया है. इसी तरह किसान आज प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का भी लाभ उठा रहे हैं. जिसमें मोदी सरकार ने कई सुधार किए हैं. उन्होंने कहा कि पहले इस योजना के तहत सिर्फ 50% फसल के नुकसान पर मुआवजा दिया जाता था. लेकिन, अब 30% फसल के नुकसान पर भी किसानों को मुआवजा दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों के विकास के लिए शुरुआत से ही प्रतिबद्धता रही है और प्रतिबद्धता आगे भी जारी रहेगी.

'धरती माता को जहरीला न बनाएं किसान'

इस दौरान केंद्रीय मंत्री, साध्वी निरंजन ज्योति ने किसानों से रासायनिक खेती को छोड़ प्राकृतिक खेती को अपनाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि एक मां वो है जो जिसने हमें जन्म दिया है और दूसरी मां हमारी धरती माता है. जिसकी देखभाल करना हमारा कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि जब हम जन्म देने वाली मां को अपमानित होते हुए नहीं देख सकते तो हम पृथ्वी मां को जहरीला कैसे बना सकते हैं. उन्होंने कहा कि हमें इस पर चिंतन करने की जरूरत है.

English Summary: MFOI 2023 Earth is our mother farmers should not make it poisonous said Union Minister Sadhvi Niranjan Jyoti
Published on: 07 December 2023, 04:44 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now