PM Kisan Update: 4 राज्यों के किसानों को मिली 21वीं किस्त, जानें बाकी किसानों को कब तक मिलेगा लाभ? Weather Update: यूपी, पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड समेत इन राज्यों में होगी बारिश, जानिए अपने यहां का पूरा मौसम अपडेट Sankalp Retail: देशभर में कृषि-इनपुट खुदरा व्यापार को बदलना और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देना किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 13 September, 2022 7:03 AM IST
Gujarat farmers

कृषि जागरण किसान भाईयों के लिए मौजूदा मौसम को देखते हुए जरूरी सलाह लेकर आता रहता है. ये जरूरी सलाह हम मौसम विभाग द्वारा जारी एग्रोमेट एडवाइजरी के तहत देते हैं. इसी कड़ी में इस लेख में हम गुजरात राज्य के मौसम संबंधी कृषि सलाह की जानकारी आपके साथ साझा करने जा रहे हैं. 

गुजरात के किसानों के लिए विशेष सलाह

कोरोना महामारी के कारण किसानों को खेत में कृषि मशीनों और श्रमिकों को संभालते समय सामाजिक दूरी और सुरक्षा सावधानी बरतनी चाहिए. हवा की गति >15 किमी प्रति घंटा अधिक है, इसलिए कीटनाशक के छिड़काव से बचें.

किसानों को सलाह दी जाती है कि वे रासायनिक स्प्रे और उर्वरक गतिविधि को स्थगित कर दें और अतिरिक्त बारिश के पानी को निकालने के लिए जल निकासी की व्यवस्था करें.

खड़ी फसल के खेत और नर्सरी से अतिरिक्त बारिश का पानी निकाल दें.

भारी बारिश के दौरान जानवरों को बाहर जैसे पेड़ों के नीचे, बड़े भवनों के आसपास न बांधें, ताकि बिजली गिरने से कोई नुकसान न हो. पशु को सुरक्षित स्थान पर रखें और पशुओं के लिए गुणवत्तापूर्ण चारे और पीने के पानी की व्यवस्था करें.

आम के युवा पौधों को बारिश से बचाने के लिए सहायता प्रदान करें.

ये भी पढ़ें: स्मार्टफोन से स्मार्ट होंगे गुजरात के किसान, 1500 रुपये देने का हुआ ऐलान

एग्रोमेट सलाहकार सेवाओं के लिए मेघदूत मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करें और मौसम की भविष्यवाणी की जानकारी लें. ये किसानों को उनकी स्थानीय भाषा में उनके स्थान, फसलों और पशुधन के लिए मौसम आधारित कृषि सलाह प्रदान करेगा.

मछुआरों को सलाह दी जाती है कि इस भारी वर्षा के समय में समुद्री क्षेत्र में न जाएं.

गन्ने की फसल की नई बुवाई के लिए भूमि की तैयारी उचित नमी की स्थिति में की जानी चाहिए. गहरी जुताई करके मिट्टी को समतल करें. रोपण अक्टूबर से फरवरी तक करना चाहिए.

English Summary: Meteorological Department's special advice for farmers of Gujarat, warning to fishermen
Published on: 12 September 2022, 06:08 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now