मेघालय प्रति कृषि परिवार औसत मासिक आय में पहले स्थान पर है जबकि पंजाब दूसरे स्थान पर है. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यसभा में प्रति कृषि परिवार औसत मासिक आय के आंकड़े पेश किए हैं. उन्होंने यह आंकड़े आम आदमी पार्टी के सदस्य संजीव अरोड़ा के सवाल पर उपलब्ध कराए हैं.
जानकारी के मुताबिक प्रति कृषि परिवार औसत मासिक आय (29,348 रुपये) के साथ मेघालय भारत में पहले स्थान पर है. (26,701 रुपये) के साथ पंजाब दूसरे स्थान पर जिसके बाद हरियाणा (22,841 रुपये), अरुणाचल प्रदेश (19,225 रुपये), जम्मू और कश्मीर (18,918 रुपये), केंद्र शासित प्रदेशों का समूह (18,511 रुपये), मिजोरम (17,964 रुपये), 9वें पर केरल (17,915 रुपये), 10वें पर पूर्वोत्तर राज्यों का समूह (16,863 रुपये), उत्तराखंड (13,552 रुपये), कर्नाटक (13,441 रुपये), गुजरात (12,631 रुपये), राजस्थान (12,520 रुपये), सिक्किम (12,447 रुपये) और हिमाचल प्रदेश (12,153 रुपये) है.
मीडिया से बातचीत करते हुए संजीव अरोड़ा ने कहा कि अगर हम मानें कि अधिकतम राज्य नकदी फसलों पर निर्भर हैं, तो पंजाब बागवानी और फलों के प्रमुख हिस्से वाले मेघालय के साथ प्रथम स्थान पर होगा. इस दौरान उन्होंने पंजाब के किसानों से बागवानी और फलों के अधिक विविधीकरण के लिए जाने का आग्रह किया. पंजाब में उत्पादित प्रमुख फसलों में चावल, गेंहू, मक्का, बाजरा, गन्ना, तिलहन और कपास शामिल हैं, हालांकि चावल और गेहूं कुल सकल फसली क्षेत्र का 80 प्रतिशत हिस्सा हैं.
अरोड़ा ने कहा कि पंजाब में किसानों की स्थिति बेहतर बनाने के लिए सीएम भगवंत मान हर संभव प्रयास कर रहे हैं. उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि अक्टूबर में मुख्यमंत्री ने गन्ने का मूल्य 360 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 380 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया था.
उन्होंने कहा यह फैसला किसानों की आय को बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया था, वर्तमान में पंजाब में 1.25 लाख हेक्टेयर में गन्ने की खेती की जाती है. अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी गारंटी देने का आश्वासन दिया है.