Mahindra Tractors ने अप्रैल 2024 में बेचे 37,039 ट्रैक्टर्स, निर्यात बिक्री में 23% की वृद्धि Mandi Bhav: गेहूं की कीमतों में गिरावट, लेकिन दाम MSP से ऊपर, इस मंडी में 6 हजार पहुंचा भाव IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये 2 छोटे बिजनेस, सरकार से मिलेगा लोन और सब्सिडी की सुविधा एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 20 February, 2021 6:34 PM IST

विगत तीन माह से कृषि कानूनों पर एतराज जता रहे किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. आंदोलनकारी किसान सरकार से इन कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, मगर सरकार अपना रूख साफ कर चुकी है कि किसी भी कीमत पर इन कानूनों को वापस नहीं लिया जाएगा, लेकिन हां.. अगर किसान इन कानूनों में कुछ संशोधन चाहते हैं, तो हम इसके लिए तैयार हैं, मगर उससे पहले उन्हें यह तय करना होगा कि उन्हें कृषि कानूनों के किन प्रावधानों से आपत्ति है,  लेकिन अभी तक इतने दौरे की वार्ता मुकम्मल होने के बावजूद भी आंदोलनकारी किसान यह बताने मे नाकाम रहे हैं कि उन्हें कानूनों के किन प्रावधानों से आपत्ति है. आंदोलनकारी किसान सीधे इन कानूनों को  वापस  लेने की मांग कर रहे हैं, जिसके चलते सरकार और किसानों के बीच गतिरोध अभी-भी कायम है.

शहीद हुए किसानों को मिला सम्मान

वहीं, आज पंजाब के रोपड़ खेल मैदान में आयोजित किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में शामिल हुए किसानों के परिजनों को सम्मान देने हेतु उन पर फूल बरसाए गए. आंदोलन में शामिल हुए किसानों को नमन किया गया. शहीद हुए 21 किसानों के परिवारों को सोने के सिक्के देकर सम्मानित किया गया. तीन दिवसीय आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम का आज पहला दिन था.  

कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग

कार्यक्रम में शामिल हुए किसान नेता बलवीर सिंह ने एक बार फिर से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है. उन्होंने कहा कि हमें अब यह सुनिश्चित करना है कि हमारे किसानों भाइयों का बलिदान व्यर्थ न जाए. वहीं, किसान नेता अब स्पष्ट कर चुकी है कि जब तक सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं ले  लेती, तब तक हमारा यह आंदोलन जारी रहेगा। खैर,  अब आगे चलकर यह विवाद कहां जाकर विराम लेता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा.  

English Summary: martyrs farmers were honored in punjab
Published on: 20 February 2021, 06:42 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now