प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लेकर सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है. दरअसल इसमें अनियमितता करने वाले लोगों के उपर कार्रवाई की जा सकती है. सरकार ऐसे लोगों को इसका लाभ देना चाहती है जो इसके असली हकदार हैं और ऐसे लोगों पर कार्रवाई हो सकती है जो इसके हकदार नहीं है. इस योजना में ऐसे लोगों का भी नाम आया है जिनका खेती-किसानी से कोई लेना-देना नहीं है और वो बेवजह लाभ लेने के लिए किसान बनें बैठे हैं.
इस योजना से ऐसे लोगों के नाम जल्द ही हटाने की तैयारी की जा रही है. इसमें केंद्र सरकार गलत तरीकों से लाभ लेने वालों किसानों की पहचान करने जा रही है. सरकार को इस बात की शिकायत मिली है कि कई फर्जी किसानों द्वारा इस योजना का लाभ बड़े पैमाने पर उठाया जा रहा है. ऐसे ही शिकायत के बाद सरकार किसानों की जांच करेगी.
कौन-कौन लोग इसके दायरे में आएंगे ?
सरकार जल्द ही पैन कार्ड के जरिए लाभार्थियों की जांच करेगी और साथ ही इसकी भी जांच करेगी कि इनकी फर्जी एंट्री कैसे हुई. पैन कार्ड की मदद से ऐसे लोगों की पहचान करने में आसानी हो जाएगी जो 2000 रुपए का लाभ भी ले रहे हैं और आय ज्यादा होने के साथ टैक्स भी भरते हैं.
इस योजना में ऐसे लोग किसान बनकर लाभ ले रहे हैं जिनके पास खेती के लिए जमीन नहीं है या फिर लाभ लेने के लिए उपयुक्त नहीं है. ऐसे लोगों को इसका लाभ नहीं दिया जाएगा जिनके पास खेती योग्य जमीन नहीं है और ऐसे लोगों को जांच के बाद योजना से बाहर भी कर दिया जाएगा. इसकी जांच कृषि विभाग के द्वारा इनकम टैक्से की मदद से की जाएगी. वहीं ऐसे लोगों के भी नाम योजना से हटा दिए जाएंगे जो एक ही घर में कई लोग इसका लाभ ले रहे हैं क्योंकि योनजा पाने वाले किसान के नाम पर ही जमीन होना आवश्यक है.
नियम के अनुसार इस योजना का लाभ ऐसे लोग नहीं उठा सकते हैं जो कार्यरत सरकारी कर्मचारी, या फिर रिटायर्ड कर्मचारी हैं. साथ ही अगर किसी के पास खेती के लिए जमीन है और उसे 10,000 रुपये मासिक पेंशन मिलती है तो भी ऐसे लोगों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा. रजिस्टर्ड डॉक्टर्स, इंजीनियर, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट, वास्तुकार और उनके परिवार के लोग भी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं.
योजना के तहत 6000 रुपए नकद प्रति वर्ष का लाभ ऐसे किसानों को मिलेगा जिनके पास 2 हेक्टेयर तक जमीन है. इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान किसान सम्मान निधि पोर्टल पर अप्लाई करके रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. बता दें कि किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत पिछले साल फरवरी में की गयी थी और अबतक किसानों के खाते में इसकी 6 किस्तें आ चुकी हैं. इसकी राशि हर चार महीने में 2000 रुपए खाते में दी जाती है.