Uttar Pradesh: हाल ही में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. इस बरसात से गेहूं, दलहन और तिलहन की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. तेज आंधी ने आम की फसल को भी बर्बाद कर दिया है. पेड़ों पर लगे आम तैयार होने से पहले ही जमीन पर गिरने लगे हैं.
चंदौली जिले के किसान बुद्धु सोनकर ने हाल ही में साढ़े आठ लाख रुपए में आम का बगीचा खरीदा था. पिछले साल आम की अच्छी पैदावार से उनको अच्छा लाभ मिला था. वहीं, इस साल पेड़ पर फल तो अच्छे लगे थे पर बैमौसम बरसात के कारण पेड़ों के सभी फल जमीन पर गिरने लगे हैं. बुद्धु सोनकर को उम्मीद थी कि पिछले साल की तुलना में इस साल ज्यादा उत्पादन होगा पर उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया. ओलावृष्टि के चलते आम के फल पेड़ से टूटकर जमीन पर गिर गए हैं और पेड़ों पर लगे हुए फल खराब हो गए हैं.
बुद्धू बताते हैं कि इस बार हम लोगों को अच्छी फसल की उम्मीद थी, लेकिन आंधी-पानी और ओलावृष्टि ने सबके सपने पर पानी फेर दिया है. पिछले साल हम लोगों ने इस आम के बगीचे को आठ लाख रुपए में खरीदा था. इस पर दवा छिड़काव से लेकर मजदूरी तक में 4 लाख रुपये खर्चा आया था. इस ओलावृष्टि ने सारी फसल खराब कर दी है. इन गिरे फलों पर एक रुपए का भी भाव नहीं मिलेगा. इन्हें फेंकने के अलावा हमारे पास कोई चारा नहीं बचा है.
ये भी पढ़ेंः आम के प्रमुख कीट, रोग और रोकथाम
बुद्धू ने बताया कि बगीचे के लगभग आधे आम खराब हो गए हैं. मौसम इसी तरह जारी रहा तो बाकी फल भी गिरकर खराब हो जाएंगे. अगर इस बार अच्छा मुनाफा नहीं कमा पाए तो फसल पर लिए गए कर्ज को चुकाना मुश्किल होगा और हम कर्ज में डूब जाएंगे.