वैसे तो जायद की कई सारी फसलें हैं, लेकिन किसानों के कुछ फसलें ख़ास होती है, जो किसानों को अच्छे दाम और पैदावार दिलाती है. दलहनी फसलों में मूंग, उड़द तथा सब्जी की फसलें प्याज, खीरा, ककड़ी, खीरा तथा इनके अलावा मक्का और मेंथा की फसल की जाती है.
इस साल किसानों ने 20 हेक्टेयर में मक्का लगाया है जबकि पिछले वर्ष 78 हजार हेक्टेयर में मक्का बोया था. पिछले वर्ष हुई फसल की बर्बादी को देखते ही किसानों ने इस बार यह फैसला लिया था.
किसानों की फसल मक्का जिले में वैसे तो जिले भर में होती है लेकिन इस मक्का की फसल को भी कुछ इलाके ऐसे हैं जहां बड़े पैमाने पर किसान मक्का की फसल को ही करते हैं. जिसमें दातागंज, सहसवान और और सदर तहसील इलाकों में खूब मक्का होती है तथा बिसौली के कुछ हिस्से में भी किसान मक्का की फसल को उगाते हैं.
किसानों ने मक्का की फसल बहुत कम बोई है. इसकी वजह से करीब 70 फीसदा क्षेत्रफल कम हुआ है. किसान इसके पिछले वर्ष की बरसात से बचना मान रहे हैं.