KJ Chopal: 27 साल पहले किसानों व कृषि क्षेत्र के हित के लिए कृषि जागरण की स्थापना हुई थी. आज कृषि जागरण इस क्षेत्र में अपनी मैग्जीन, वेबसाइट और दूसरे माध्यमों से काम करके इतिहास रच रहा है. कृषि जागरण मीडिया का एक खास प्रोग्राम है ‘केजे चौपाल’ (KJ Chaupal). जिसमें कृषि से जुड़े गणमान्य लोग और प्रगतिशील किसान बतौर मेहमान आकर अपने कामों, अनुभवों और नवीनतम तकनीकों को साझा करते हैं.
इसी कड़ी में शुक्रवार (1 मार्च, 2024) को महिंद्रा कृषि (Mahindra Krish-e) के बिजनेस हेड, सुनील जॉनसन केजे चौपाल में शामिल हुए. उन्होंने कृषि जागरण के दिल्ली स्थिति मुख्यालय का दौरा भी किया और पूरी टीम के साथ बातचीत की. इस दौरान कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड की निदेशक शाइनी डोमिनिक ने स्नेह भेंट के रूप में उन्हें एक पौधा दिया. वहीं, कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड के संस्थापक और प्रधान संपादक एमसी डोमिनिक ने 'केजे चौपाल’ में पधारने पर सुनील जॉनसन का गर्मजोशी से स्वागत किया.
उन्होंने कहा कि ये साल हमारे लिए काफी खास रहने वाला है. इस साल हमें कई नई शख्सियतों से मिलने का अवसर मिलेगा. जिसमें विदेशी शख्सियतें भी शामिल हैं. उन्होंने सुनील जॉनसन का स्वागत करते हुए कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि आज आप हमारे बीच हैं और आपसे बात करने का हमें एक सुनहरा अवसर मिला है. उन्होंने कहा कि महिंद्रा, भारत की टॉप कृषि इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनियों में से एक है, जो लगातार किसानों के लिए काम कर रही है और हमें आपके अनुभव और खेती में महिंद्रा द्वारा किए जा रहे नवाचारों के बारे में जानकार काफी खुशी होगी.
वहीं, केजे चौपाल को संबोधित करते हुए सुनील जॉनसन ने कहा, "मैं एक कृषि वैज्ञानिक हूं और मुझे इस बात का गर्व है. मेरी पढ़ाई इलाहाबाद कृषि विश्वविद्यालय से हुई है. पढ़ाई पूरी करने के बाद मैंने अपने करियर की शुरुआत कृषि कंपनी वीएसटी से की और वहां कुछ साल करने के बाद मैं महिंद्रा के साथ जुड़ा. महिंद्रा के साथ मेरा सफर आज भी जारी है." उन्होंने आगे कहा, " महिंद्रा में मैंने कई सालों तक ट्रैक्टर और कृषि मशीनरी पर काम किया है. फार्म मशीनरी में कई वर्षों के अनुभव के बाद फिलहाल मैं 'महिंद्रा कृषि' (Mahindra Krish-E) में बिजनेस हेड के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहा हूं."
उन्होंने कहा कि 'महिंद्रा कृषि' की शुरुआत आज से 5 साल पहले हुई थी, ताकि किसानों को कंपनी की सुविधा आसानी से ऑनलाइन उपलब्ध करवाई जा सके. उन्होंने कहा कि पहले हमारे कई प्लेटफार्म थे, जो अलग-अलग काम कर रहे थे. जिसमें कृषि एप, कृषि केंद्र और कृषि स्मार्ट किट जैसी सुविधाएं शामिल थी. लेकिन, फिर हमनें सभी सुविधाओं को एक साथ लाकर, एक नया कृषि प्लेटफार्म 'महिंद्रा कृषि' बनाया. ताकि किसानों को सारी सुविधाएं एक प्लेटफार्म पर मिल पाए. उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य किसानों तक कृषि मशीनरी और खेती बाड़ी से जुड़ी जानकारी पहुंचना है, ताकि किसान सही तरीके से खेती कर पाए.
उन्होंने कहा कि जल्द ही महिंद्र किसानों के लिए एक नई सर्विस शुरू करने जा रहा है. जिसके तहत अब किसान आसानी से ट्रैक्टर रेंट कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि ये टैक्सी सर्विस की तरह होगा. जैसे भारत में ओल या उबर जैसी सर्विस होती है. किसान अपने फोन पर चेक कर पाएंगे कि इस वक्त कहां पर ट्रैक्टर उपलब्ध है और वह उसकी सेवाएं ले सकते हैं. इसके लिए उन्हें शुल्क देना होगा, जो महिंद्रा ट्रैक्टर डीलर द्वारा तय किया जाएगा.
इसके साथ ही 'महिंद्रा कृषि' एप की मदद से किसान अपने खेत से जुड़ी हर जानकारी हासिल कर पाएंगे. उनके खेत का पूरा ब्योरा उनके एप पर मौजूद होगा. जिसकी मदद से कृषि केंद्र में बैठे वैज्ञानिक या कृषि एक्सपर्ट किसानों को खेती और नई तकनीक के बारे में सलाह दे पाएंगे. उन्होंने कहा कि इससे किसानों की लागत कम होगी और मुनाफा बढ़ेगा.