सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 18 April, 2019 5:11 PM IST

लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर मध्यप्रदेश कांग्रेस के द्वारा 'चौकीदार चोर है" शीर्षक से प्रस्तुत किए गए विज्ञापनों पर रोक लगाते हुए  मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव की अध्यक्षता वाली कमेटी ने  प्रस्तुत करने की अनुमतियों को निरस्त कर दिया है. भाजपा ने इन विज्ञापनों के प्रसारण को रोकने की अपील की थी. भारतीय जनता पार्टी की ओर से शांतिलाल लोढ़ा ने आपत्ति उठाई थी कि ' प्रदेश कांग्रेस की ओर से विज्ञापन में अपमानजनक और व्यक्ति को बदनाम करने वाली भाषा का उपयोग किया गया है. उन्होंने यह भी कहा था कि चौकीदार के नाम से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रसिद्ध हैं, जिन्हें विज्ञापन में चोर बताया गया है जो की अपमानजनक है.

किसी भी विज्ञापन में किसी भी व्यक्ति विशेष के नाम से आरोप नहीं लगाए जा सकते हैं, यह संविधान और आचार संहिता दोनों का उल्लंघन है. विज्ञापन से प्रधानमंत्री और उनके कार्यालय को ठेस पहुंची है. कांग्रेस  पार्टी ने यह भी नहीं बताया चौकीदार चोर है से तात्पर्य उनका किस व्यक्ति से है. इसलिए विज्ञापन को ख़ारिज किया जाए. बता दे कि भाजपा की आपत्ति पर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने यह तर्क दिया था कि 'चौकीदार चोर है" से आशय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नहीं है. हालांकि शोभा ओझा सही ढंग से यह भी स्पष्ट नहीं कर पाई कि उनका आशय किससे है.

बता दे कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और राज्य स्तरीय मीडिया प्रमाणन तथा अनुवीक्षण समिति  (Media certification and scrutiny committee ) के अध्यक्ष वीएल कांताराव ने  'चौकीदार चोर है" से संबंधित ऑडियो और वीडियो विज्ञापन को किसी भी माध्यम से प्रचार-प्रसार करने पर रोक लगा दी है. वीएल कांताराव ने  इन्हें जमा करवाने का आदेश देने के साथ यह भी कहा कि राज्य स्तरीय विज्ञापन प्रमाणन समिति  (State level advertising certification committee ) ने जो विज्ञापन आदेश जारी किए थे, उनको निरस्त करते हुए अपील स्वीकार की जाती है. इस आदेश से असंतुष्ट होने पक्ष अपना अपील उच्चतम न्यायालय में कर सकता है.

English Summary: Lok Sabha Elections 2019 Election Commission of the Congress advisement 'Chakididera Chor Hai' has stopped
Published on: 18 April 2019, 05:15 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now