देशभर में मौसम ने ली करवट! यूपी-बिहार में अब भी बारिश का अलर्ट, 18 सितंबर तक झमाझम का अनुमान, पढ़ें पूरा अपडेट सम्राट और सोनपरी नस्लें: बकरी पालक किसानों के लिए समृद्धि की नई राह गेंदा फूल की खेती से किसानों की बढ़ेगी आमदनी, मिलेगा प्रति हेक्टेयर 40,000 रुपये तक का अनुदान! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 20 May, 2020 2:06 PM IST

कीटनाशक और उर्वरक का कृषि में एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. बढ़ती दुनिया की आबादी के लिए भोजन की मांग को पूरा करने के लिए कीटनाशकों और उर्वरकों का उपयोग करना जरूरी भी है. हालांकि उर्वरकों और कीटनाशकों के बेतहाशा इस्तेमाल से खेती जहरीली होती जा रही है और जमीन की उर्वरक क्षमता दिन – प्रतिदिन कम होती जा रही है. जहरीली होती खेती को बचाने के उद्देश्य से कुछ राज्यों ने प्रयास तेज कर दिए हैं. मीडिया में आई खबरों के मुताबिक इस कड़ी में केंद्र सरकार की तरफ से 27 कीटनाशकों को प्रतिबंधित किए जाने की अधिसूचना जारी होने के बाद अब उत्तराखंड राज्य में भी इन्हें प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया गया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये वे कीटनाशक हैं, जिन्हें मानव जाति के साथ ही अन्य जीवों के लिए जानलेवा माना गया है. विश्व के बहुत सारे ऐसे देश है जहां ये पहले से ही प्रतिबंधित हैं.

दरअसल खेती में उपयोग किए जा रहे कीटनाशकों से मानव जाति और पशु-पक्षियों व जलीय जीवों पर पड़ रहे प्रभाव को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने विशेषज्ञों से रिपोर्ट मांगी. इसमें यह बात सामने आई कि 27 ऐसे कीटनाशक इस्तेमाल हो रहे हैं जिनके इस्तेमाल से मानव जाति, पशु-पक्षियों, जलीय जीवों के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है. यह भी कहा गया कि इसी के चलते विश्व के कई देशों में इन्हें बैन किया गया है. उक्त सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने इन 27 कीटनाशकों को बैन करने का निर्णय लिया. इसके लिए अधिसूचना भी जारी कर दी गई है.

केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद अब उत्तराखंड सरकार ने भी इन कीटनाशकों को राज्य में प्रतिबंधित करने की कवायद शुरू कर दिया है. राज्य के कृषि एवं उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल के मुताबिक, “केंद्र सरकार ने अपने गजट नोटिफिकेशन में जिन कीटनाशकों को खतरनाक माना है, उन्हें यहां भी बैन किया जाएगा. इस संबंध में अधिकारियों को निर्देशित किया गया है.”

बैन किए गए कीटनाशकों की सूची (List of banned pesticides)

ऐसफेट, अल्ट्राजाईन, बेनफराकारब, बुटाक्लोर, कैप्टन, कारबेडेंजिम, कार्बोफ्यूरान, क्लोरप्यरिफॉस, 2.4-डी, डेल्टामेथ्रीन, डिकोफॉल, डिमेथोट, डाइनोकैप, डियूरॉन, मालाथियॉन, मैनकोजेब, मिथोमिल, मोनोक्रोटोफॉस, ऑक्सीफ्लोरीन, पेंडिमेथलिन, क्यूनलफॉस, सलफोसूलफूरोन, थीओडीकर्ब, थायोफनेट मिथाइल, थीरम, जीनेब व जीरम. (Asphate, Ultrazine, Benfaracarb, Butachlor, Captain, Carbendenzim, Carbofuran, Chlorpyrifos, 2.4-D, Deltamethrin, Dicofol, Dimethot, Dinocap, Diuron, Malathione, Mancozeb, Mithomil, Monocrotophos, oxyfluorine, pendimethalin, qinalphos, sulfosulphurone, theodicarb, thiophanate methyl, thiram, geneb and gyram.)

ये खबर भी पढ़े :बिहार के हर जिले के पांच गांव में होगी “जलवायु के अनुसार खेती”, पढ़ें पूरी खबर

English Summary: List of banned pesticides: these 27 pesticides will be banned india,read full news!
Published on: 20 May 2020, 02:06 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now