शब्दों की कम, बल्कि मौजूदा हालातों को बयां करने के लिए दर्द की ज्यादा दरकार है. बेशक, असल सूरमा वही होते हैं, जो विपरीत परिस्थितियों में भी दृढ़ता से खड़े रहने का साहस रखते हैं, मगर मौजूदा हालात यकीनन खौफज़दा करने वाले हैं. कभी कल तक लोगों की आमद से गुलजार रहने वाली गलियां आज वीरान हो चुकी हैं. कभी जिनसे मुलाकात करने की इल्तिजा दिल से निकलती थी, आज उनसे दूरियां बन चुकी है. वजह है, कोरोना का कहर, जो कि लगातार बढ़ता जा रहा है.
अंधियारे में भी उजियाले की किरण
आप यह जानकर कहीं खौफजदा न हो जाएं, कि बीते 24 घंटे में 3 लाख 76 हजार से भी अधिक लोग कोरोना की गिरफ्त में आ चुके हैं और मौत का आंकड़ा 35 हजार को पार कर चुका है, लेकिन इस घोर अंधियारे में भी उजियाले की किरण यह है कि बीते 24 घंटे में ही 1 से डेढ़ करोड़ लोग कोरोना को मात देकर अपनी नई जिंदगी में दस्तक दे चुके हैं, इसलिए बेशक कितने भी कोरोना के मामले क्यों न बढ़ जाएं, लेकिन आप स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का अनुपालन करेंगे, तो काफी हद तक कोरोना के कहर पर काबू पाया जा सकेगा.
24 घंटे में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या
वहीं, 24 घंटे में 3,76 हजार लोगों के संक्रमित होने के बाद पूरे देश में संक्रमण के मामले 1,83,76,524 पहुंच चुके हैं. अब तक कोरोना की चपेट में आकर 2 लाख 4 हजार 832 लोग अपनी गंवा चुके हैं. उधर, बीते 24 घंटे में 3600 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है. अमेरिका के बाद भारत मे सर्वाधिक संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. अगर यह सिलसिला यूं ही जारी रहा तो वो दिन दूर नहीं जब हमें खामोशी और वीरानगी के साथ अपना पूरा जीवन बीताना पड़ जाएगा.
बन चुकी है वैक्सीन फिर क्यों बढ़ रहे मामले
अभी सभी के जेहन में बस एक ही सवाल पैदा हो रहा होगा कि जब कोरोना की दवाई बन चुकी है, तो इस रफ्तार से संक्रमण के मामले क्यों बढ़ रहे है? वहीं, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो इसे बिगड़ते हालात को सरकार की नाकामी बता रहे हैं. कुछ का कहना है कि बीते दिनों जिस तरह की ढिलाई बरती गई है, उसकी वजह सें इस तरह के हालात पैदा हुए हैं. बहरहाल, अगर वैक्सीन के संदर्भ में बात करें, तो अभी-भी काफी संख्या में लोग इसे लगवाने से गुरेज कर रहे हैं. लोग लगातार वैक्सीन की उपोयगिता पर सवाल उठा रहे हैं.
यह अभी काफी हद तक सवालों के घेरे में कैद हो चुका है. इसके पीछे की वजह है कि कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. खैर, अब सरकार 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगवाने जा रही है. अब देखना यह होगा कि सरकार की इस पहल का देश के युवा किस तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं.