दिल्ली, हरियाणा और यूपी समेत कई राज्यों में अगले 7 दिनों तक बारिश का ‘रेड अलर्ट’, जानें अपने शहर के मौसम का हाल अब किसानों को नहीं मिलेगी नकली उर्वरक, सरकार ने राज्यों को दिए सख्त निर्देश, पढ़ें पूरी खबर PM Kisan 20वीं किस्त पाने के लिए तुरंत करें ये 5 जरूरी काम, इस दिन आ सकते हैं पैसे किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 20 June, 2024 4:58 PM IST
“ग्वार उत्पादन की उन्नत कृषि क्रियायें” विषय पर एक दिवसीय जागरूकता शिविर आयोजित, सांकेतिक तस्वीर

हरियाणा के गुरुग्राम गांव बसई में आज 20 जून, 2024 को “ग्वार उत्पादन की उन्नत कृषि क्रियायें” विषय पर एक दिवसीय जागरूकता शिविर आयोजित किया गया. यह कार्यक्रम कृषि विज्ञान केंद्र, महेंद्रगढ़ तथा हिंदुस्तान गम एंड केमिकल्स, भिवानी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया जिसमे गांव के करीब 100 किसानों ने भाग लिया.  कृषि विज्ञान केंद्र/ Krishi Vigyan Kendra के वरिष्ठ संयोजक डॉ. रमेश कुमार ने कार्यक्रम में उपस्थित किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा की किसान उन्नत कृषि क्रियाओं को अपनाकर ग्वार फसल के उत्पादन को बढ़ा सकते है.

हिंदुस्तान गम एंड केमिकल्स, भिवानी से आये डॉ आर. के. सैनी ने बताया की वैज्ञानिक जानकारी न होने के कारण बहुत से किसान ग्वार फसल की पूरी पैदावार नहीं ले पाते तथा पुराने, रूढ़िवादी तरीके अपनाने के कारण वह हर साल नुकसान उठा रहे हैं.

किसानों को जल संरक्षण, जैविक खादों तथा उन्नत किस्मों से ग्वार फसल की बिजाई की ओर विशेष ध्यान देना होगा. बीज उपचार जैसे सस्ते व कारगर तरीकों की जानकारी प्राप्त कर एक आदत के रूप में अपनाना होगा ताकि फसलों को बीज-जनित व भूमि-जनित रोगों व कीटों से बचाया जा सके . उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वह ग्वार के उखेड़ा रोग की रोकथाम के लिए कार्बनडाजिम द्वारा बीज को उपचारित करके बोएं. शिविर में इस दवा के सैंपल भी किसानों में मुफ्त बांटे गए.

प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डा. जयलाल यादव ने किसानों को ग्वार फसल से मिलने वाले पोषक तत्वों के बारे में बताया और साथ ही उन्होंने नुकसान पहुंचाने वाले कीटो के बारे में भी जानकारी दी तथा उनके नियंत्रण के बारे में बताया. उन्होंने किसानों को ग्वार की उन्नत किस्में जैसे एच. जी. - 365, एच. जी. - 563 तथा एच. जी. – 2-20 से बुवाई करने की सलाह दी.

जागरूकता शिविर में किसानो को ग्वार फसल में नुकसान पहुंचाने वाले खरपतवार के बारे में जानकारी दी और उनके नियंत्रण के बारे में बताया गया. इस कार्यक्रम में ग्वार उत्पादन विषय पर प्रश्नोत्तरी का आयोजन भी किया गया तथा किसानो को इनाम देकर सम्मानित किया गया. 

English Summary: KVK Mahendragarh and Hindustan Gum and Chemicals jointly organized awareness camp on Advanced agricultural practices of guar production latest news
Published on: 20 June 2024, 05:01 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now