आज यानी की 8 मई, 2024 बुधवार के दिन गांव सैदपुर में ग्वार उत्पादन पर जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का विषय “ग्वार उत्पादन की उन्नत कृषि क्रियाए” है. यह एक दिवसीय जागरुकता शिविर कृषि विज्ञान केंद्र, महेंद्रगढ़ तथा हिंदुस्तान गम एंड केमिकल्स, भिवानी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया जिसमे गांव के करीब 80 किसानों व महिलाओं ने भाग लिया. कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ सयोंजक डॉ. रमेश कुमार ने कार्यक्रम में उपस्थित किसानों व महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा की किसान उन्नत कृषि क्रियाओं को अपनाकर ग्वार फसल के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं.
हिंदुस्तान गम एंड केमिकल्स, भिवानी से आये डॉ बी डी यादव ने बताया की वैज्ञानिक जानकारी न होने के कारण बहुत से किसान ग्वार फसल की पूरी पैदावार नहीं ले पाते तथा पुराने, रूढ़िवादी तरीके अपनाने के कारण हर साल नुकसान उठा रहे हैं.
किसानों को जल संरक्षण, जैविक खादों तथा उन्नत किस्मों से ग्वार फसल की बिजाई के दौरान विशेष ध्यान देना होगा. बीज उपचार जैसे सस्ते व कारगर तरीकों की जानकारी प्राप्त कर एक आदत के रूप में अपनाना होगा ताकि फसलों को बीज-जनित व भूमि-जनित रोगों व कीटों से बचाया जा सके. उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वह गवार के उखेड़ा रोग की रोकथाम के लिए कार्बनडाजिम द्वारा बीज को उपचारित करके बोएं. शिविर में इस दवा के सैंपल भी किसानों में मुफ्त बांटे गए.
प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. पूनम यादव ने किसानो को ग्वार फसल से मिलने वाले पोषक तत्वों के बारे में बताया और साथ ही नुकसान पहुंचने वाले कीटों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने ग्वार की फसल में लगने वाले कीट व रोगों के नियंत्रण के बारे में बताया. चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के सस्य विभाग से सेवानिवृत्त प्रोफेसर एवं अध्यक्ष डॉ जगदेव ने ग्वार फसल का उत्पादन बढ़ाने के लिए विशेष सुझाव दिए. उन्होंने किसानों को ग्वार की उन्नत किस्में/ Varieties of Guar जैसे एच. जी. - 365, एच. जी. - 563 तथा एच. जी. 2-20 से बिजाई करने की सलाह दी.
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जागरुकता शिविर में किसानों को ग्वार फसल/Guar Crop में नुकसान पहुंचने वाले खरपतवारो के बारे में जानकारी दी तथा उनके नियंत्रण के बारे में बताया गया. इस कार्यक्रम में ग्वार उत्पादन विषय पर प्रशनोत्तरी का आयोजन भी किया गया तथा किसानो को ईनाम देकर सम्मानित किया गया.