कृषि जागरण तीन दिवसीय सम्मेलन करने जा रहा है जिसका आधिकारिक ऐलान 11 जून को किया गया, कार्यक्रम की थीम “ Agri startup, Coo-perative & FPO Summit” रखी गई है, इस आयोजन का समारोह 24 फरवरी से 26 फरवरी 2023 के बीच किया जाएगा. इस समारोह के मुख्य केन्द्र बिन्दु Agri-startup, Cooperative और FPO होंगे.
कृषि जागरण के एडिटर इन चीफ, एम.सी डोमिनिक ने तारीख का ऐलान करते हुए कहा कि, “ यदि तीनों सेक्टर “ Agri startups, Coo-operative & FPO साथ में आ जाए तो यह कृषि क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लायेंगे. तो वहीं Indo Latin American Chamber Of Commerce के निदेशक डॉ अजय ने कहा कि “ किसानों और उद्यमी (entrepreneur) पर हमें ज्यादा ध्यान केन्द्रित करने की जरुरत
कृषि जागरण में आए मेहमानों में से एक थी प्रौ. आंचल अरोड़ा, जिन्होंने कृषि जागरण के इस कदम की सराहना की और कहा कि, “किसान देश चलाता है सरकार देश नहीं चलाती, देश कितना भी डिजिटल क्यों न हो, चपाती (रोटी) को गूगल से डाउनलोड नहीं किया जा सकता है, अब वक्त है बदलाव का. एग्री स्टार्ट पर काम करना जरूरी है.
कमल सोमानी, सोमानी सीड्स के CEO व MD ने कहा कि “कुछ दिन पहले उत्तम खेती होती थी, मध्यम व्यापार था, रोजगार कम था, लेकिन अब स्थिति पलट चुकी है. अब यह एक अच्छी नौकरी, मध्यम व्यापार, कम कृषि बन गया है. आज 10 से 12 फीसदी किसान होशियार हैं. अन्य किसानों को नहीं पता कि कब और कैसे खेती करनी है. इसकी जानकारी किसानों को देना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि पहले लोग कृषि को पहला विकल्प रख कर खेती करते थे, मगर अब जब किसी व्यक्ति को कुछ काम नहीं मिल पाता तब मजबूरन उसे खेती करनी पड़ती है.
प्रो, अमित सिन्हा एएफसी AFC के एडवाइजर ने कहा कि “आज किसानों को कृषि में बदलाव लाने के लिए नई तकनीक की जरूरत है. अब एफपीओ (FPO) अहम भूमिका निभाने जा रहा है. निकट भविष्य में एफपीओ अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. एफपीओ किसानों के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण हैं.
प्रमोद मिश्रा ने कहा कि सरकार ने मुफ्त राशन देना शुरू किया और किसानों ने खेती कम कर दी. ऐसी तस्वीर कुछ जगहों पर ही देखने को मिलती है. AC में बैठकर हम खेती करना नहीं समझ सकते. यदि आप किसानों के लिए कुछ करना चाहते हैं, तो आपको किसानों के पास जाना होगा और वहां पहुंचने के बाद ही हम किसानों की समस्या को समझ सकते हैं.
समारोह में मौजूद सभी अतिथिगणों ने कृषि जागरण के कृषि की ओर अग्रसित इस कार्यक्रम की सराहना की तथा आभार व्यक्त किया. कृषि जागरण यह मुहिम के नए स्टार्टअप के लिए एक मंच बनकर सामने आएगा, और जिससे कृषि के क्षेत्रों में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. कृषि जागरण की तरफ से डॉ. पंत ने अतिथियों का धन्यवाद किया.