MFOI 2023: भारत में किसानों की कितनी भूमिका है, इसका अंदाजा 'जय जवान, जय किसान' के नारे से लगाया जा सकता है. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री द्वारा दिया गया ये नारा देश में किसानों की अहमियत को दर्शाता है. हालांकि, खेती-किसानी और किसानों को जो तरजीह मिलनी चाहिए थी. वह आजादी के 75 सालों के बाद भी नहीं मिली है. वहीं, मौजूदा वक्त में देश में बहुत सारे ऐसे किसान हैं जिन्होंने कृषि से न केवल अपनी आय दोगुनी कर ली है, बल्कि अपने अथक प्रयासों और नवीन कृषि पद्धतियों के माध्यम से करोड़पति भी बन गए हैं. ये सभी किसान कृषि क्षेत्र की समृद्धि और विकास के प्रमाण हैं.
इन्हीं किसानों को सम्मानित करने और उनकी उपलब्धियों को देशभर के किसानों तक पहुंचाने के उद्देश्य से भारत के प्रमुख एग्री मीडिया हाउस ‘कृषि जागरण’ द्वारा 6 से 8 दिसंबर तक, नई दिल्ली स्थित आईएआरआई, पूसा मेला मैदान में 'महिंद्रा मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया' अवार्ड्स-2023 का आयोजन किया गया. तीन दिवसीय इस अवॉर्ड शो में देश के हजारों किसानों ने भाग लिया. इस अवॉर्ड शो को लेकर किसानों में खासा उत्साह देखने को मिला. कृषि जागरण की इस पहल से किसान काफी खुश नजर आए.
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने किया था उद्घाटन
तीन दिवसीय अवॉर्ड शो का उद्घाटन 6 दिसंबर, बुधवार को गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा किया गया. इस दौरान उन्होंने कृषि जागरण द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में आने पर बेहद खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि इस तरह से किसानों को एक मंच पर लाना प्रशंसा के योग्य पहल है. उन्होंने कार्यक्रम में आए किसानों से रासायनिक खेती को छोड़ प्राकृतिक खेती को अपनाने की अपील की.
कृषि जागरण की पहल की खूब हुई सराहना
पहले दिन के अंतिम सत्र में केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश के विकास में किसानों का हमेशा से अहम योगदान रहा है. लेकिन उन्हें वो सम्मान कभी नहीं मिला, जिसके हकदार हैं. कृषि जागरण की इस पहल की मैं सराहना करता हूं, जो किसानों को सम्मानित करने के लिए शुरू की गई है. मैं कृषि जागरण के संस्थापक एवं प्रधान संपादक एमसी डोमिनिक और निदेशक शाइनी डोमिनिक को बधाई देता हूं.
'MFOI किसानों को जागरूक और सम्मानित करने का बेहतर माध्यम'
वहीं, दूसरे दिन केंद्रीय ग्रामीण राज्य विकास मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति अवॉर्ड शो में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं. उन्होंने कहा कि देश के किसानों को सम्मानित करने की इस मुहिम की मैं सराहना करती हूं. एमएफओआई कि ये पहल किसानों को जागरूक और सम्मानित करने का बेहतर माध्यम है. उन्होंने आगे कहा, "मैं मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स में किसानों को पुरस्कार देने की पहल शुरू करने के लिए एम.सी डोमिनिक और श्रीमती शाइनी डोमिनिक दोनों को धन्यवाद देती हूं."
राजाराम त्रिपाठी को मिला रिचेस्ट फार्मर का अवॉर्ड
वहीं, तीसरे और अंतिम दिन केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला अवॉर्ड शो में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने भारत के सबसे अमीर दो किसान डॉ. राजाराम त्रिपाठी, छत्तीसगढ़ और महिला किसान रथनाममा गुंडमंतथा, कर्नाटक को रिचेस्ट फार्मर की ट्रॉफी दी. इस दौरान संबोधित करते हुए केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा, "मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया 2023 के इस प्लेटफार्म के लिए मैं एम.सी. डोमनिक जी और कृषि जागरण को बधाई देता हूं. उन्होंने कहा कि यह नया भारत है और इस नए भारत के किसान क्या कर रहे हैं, कृषि जागरण ने देश-दुनिया को इस बात से अवगत कराया है. उन्होंने कहा कि कृषि में आगे बढ़ने का यह सही समय है और खासकर कृषि में युवाओं के लिए काफी अच्छे अवसर हैं."
'27 साल पहले देखा गया सपना आज साकार हुआ'
कार्यक्रम के सफल आयोजन पर कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड के संस्थापक एवं प्रधान संपादक, एम.सी. डोमिनिक ने कहा, “कृषि जागरण द्वारा आयोजित और महिंद्रा ट्रैक्टर्स द्वारा प्रायोजित एमएफओआई अवार्ड-2023 किसानों से जुड़ा अभीतक का सबसे चर्चित अवार्ड शो रहा है. इसको दुनियाभर में सोशल मीडिया के माध्यम से देखा गया. इस अवॉर्ड शो को आयोजित करने के पीछे उनका मकसद किसानों और कृषि के प्रति लोगों की सोच को बदलने का है. उन्होंने कहा कि जब हम कृषि को छोड़ अन्य क्षेत्रों की तरफ देखते हैं तो उनमें किसी न किसी को रोल मॉडल के तौर पर पेश किया जाता है. लेकिन, कृषि क्षेत्र में न ही कोई रोल मॉडल है और न ही इसे बड़े स्तर पर पेश किया जाता है. इसी को ध्यान में रखते हुए इस पहल को शुरू करने का उनके मन में विचार आया. उन्होंने कहा कि 27 साल पहले जो मैंने सपना देखा था, वह अब जाकर साकार हुआ है. जिसे ‘एमएफओआई अवॉर्ड’ का नाम मिला है. उन्होंने आगे कहा देश का किसान भी नंबर वन होगा. हम किसानों को आगे बढ़ाएंगे और उन्हें आइकॉन बनाएंगे. खेती-किसानी और उनकी आर्थिक स्थिति में बदलाव लाने के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे. इस एमएफओआई अवार्ड शो को सफल बनाने में किसानों और महिंद्रा ट्रैक्टर्स के अलावा, सभी एटीआरआई और कृषि विज्ञान केंद्र का बहुत बड़ा रोल रहा है. मैं सभी का बहुत धन्यवाद करता हूं.”
वहीं, एमएफओआई अवार्ड शो के सफलतापूर्वक आयोजन पर शाइनी डोमिनिक, निदेशक, कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड ने कहा, “आशा करती हूं एमएफओआई अवार्ड- 2023 से किसानों का सम्मान और मनोबल दोनों बढ़ेगा. देश के किसानों की स्थिति काफी बदल चुकी है, किसान अपने क्षेत्र में बहुत बेहतर कर रहे हैं, कृषि जागरण ने देश-दुनिया को इस बात से अवगत कराया है. इस अवार्ड शो को सफल बनाने में जिन्होंने अहम् भूमिका निभाई है. मैं उन सभी का धन्यवाद करती हूं.”
ब्राजील जाएंगे विजेता किसान
तीन दिवसीय इस अवॉर्ड शो के दौरान राष्ट्रीय स्तर, राज्य स्तर और जिला स्तर, तीनों स्तर पर किसानों को मिलेनियर फार्मर अवॉर्ड-2023 से सम्मानित किया गया. इसके अलावा, देश के दो सबसे अमीर किसानों को ब्राजील सरकार के सौजन्य से ब्राजील के एम्बेसडर केनेथ फेलिक्स हजिंस्की दा नोब्रेगा द्वारा सात दिनों के लिए ब्राजील जाने के लिए टिकट भी दिया गया. जहां पर वो ब्राजील की कृषि पद्धतियों के बारे में जानेंगे. साथ ही कृषि अधिकारीयों और किसानों से मुलाकत भी करेंगे. इस दौरान मंच पर माइकल वान एर्केल - कृषि परामर्शदाता, नीदरलैंड दूतावास, मनोज नरदेवसिंह - महासचिव, एएआरडीओ, कॉनराड नाना कोजो असिदु, प्रथम सचिव व्यापार, संस्कृति और पर्यटन, घाना, विक्रम वाघ - मुख्य कार्यकारी अधिकारी, फार्म डिवीजन, महिंद्रा समेत कई अन्य गणमान्य मौजूद रहे.
मालूम हो कि इस अवार्ड शो में देश के सभी राज्यों के हजारों किसानों ने भाग लिया. वहीं प्रदर्शनी में महिंद्रा ट्रैक्टर्स, महिंद्रा फाइनेंस, किट प्रायोजक के तौर पर धानुका एग्रीटेक लिमिटेड और बैंकिंग भागीदार के तौर पर भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया समेत 40 से ज्यादा कंपनियों ने हिस्सा लिया.