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Updated on: 18 August, 2022 5:50 PM IST
krishi jagran gave training to the farmers for journalist

कृषि जागरण भारत में इकलौता एक ऐसा मीडिया संस्थान है, जो कि पिछले 25 सालों से लगातार 12 भारतीय भाषाओं में लोगों को कृषि क्षेत्र से जुड़ी ख़बरें प्रदान करने का काम कर रहा है. कृषि जागरण में पिछले कुछ समय से ‘फार्मर द जर्नलिस्ट’ नाम का ट्रेनिंग प्रोग्राम भी चलाया जा रहा है, जिसके तहत किसानों को एक पत्रकार के तौर पर काम करने की ट्रेनिंग दी जाती है और उन्हें बताया जाता है कि अपने आस-पास की समस्याओं को किस प्रकार से उठाया जाए.

दरअसल, आज कृषि जागरण ने अपने दफ्तर में ‘फार्मर द जर्नलिस्ट’ प्रोग्राम का एक ऑनलाइन सेशन आयोजित किया, जिसमें 30 से अधिक महिला किसानों को जोड़ा गया और उन्हें पत्रकारिता से जुड़ी जानकारी प्रदान की गई, ताकि वे खेती करने के साथ-साथ अपने स्थानीय मुद्दों को भी उठाकर सरकार तक पहुंचा सकें. कृषि जागरण की डायरेक्टर शाइनी डोमिनिक ने किसानों से बातचीत करते हुए कहा कि “ आज का यह सेशन महिला किसानों को हमारे इस ट्रेनिंग प्रोग्राम से जोड़ने का ज़रिया है. इसके माध्यम से हम आप लोगों को जर्नलिस्ट बनने की ट्रेनिंग देंगे और बताएंगे कि आपको कैसे अपने और दूसरे किसानों की बातों को लोगों तक पहुंचना है. आपकी बात लोगों तक पहुंचना जरुरी है, क्योंकि सभी लोगों पता चलना चाहिए कि आप लोग कैसे कम करते हैं और आप खेतों में क्या लगाते हैं?”

‘फार्मर द जर्नलिस्ट’ के इस सेशन में कृषि जागरण की ओर से श्रुति जोशी (कंटेंट मैनेजर हिंदी) ने सभी महिला किसानों का अभिवादन किया और साथ ही उन्होंने किसानों को वीडियो बनाने की ट्रेनिंग भी दी और कुछ नए आइडियाज भी साझा किये गए.

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फार्मर द जर्नलिस्ट के उद्देश्य

  • फार्मर द जर्नलिस्ट का सबसे पहला उद्देश्य है कि किसान अपनी बात उच्च स्तर पर रख सकें.

  • किसानों द्वारा किये जा रहे नए प्रयोगों को लोगों तक पहुंचाया जा सके.

  • किसानों की समस्याओं को सरकार के अधिकारियों तक पहुंचाया जा सके और जल्द से जल्द समाधान किया जा सके.

वीडियो बनाते समय किसानों के लिए जरुरी सलाह

  • किसान वीडियो जब भी बनाएं, तो मोबाइल फ़ोन को तिरछा रखें.

  • वीडियो के बैकग्राउंड में किसी भी प्रकार कोई गाना न बज रहा हो.

  • वीडियो की गुणवत्ता अच्छी होने चाहिए.

  • वीडियो की शुरुआत में अपने परिचय दें.

वीडियो बनाने के विषय

  • वीडियो के विषय को ध्यान में रखते हुए किसान यह ध्यान रखें कि कृषि, पशुपालन,बागवानी, मुर्गीपालन, मत्स्य पालन आदि विषय हों.

  • किसान अपने पास के वैज्ञानिक कृषि केंद्र से बातचीत कर उनका इंटरव्यू ले सकते हैं.

English Summary: krishi jagran gave training to the farmers for journalist
Published on: 18 August 2022, 05:55 PM IST

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