कृषि जगत की प्रमुख पत्रिका "कृषि जागरण" के संस्थापक और प्रधान संपादक ने मंगलवार को कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी से एक महत्वपूर्ण मुलाकात की. इस मुलाकात में उन्होंने कृषि एवं किसानों से जुड़े विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की.
किसानों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता
कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि उन्होंने हाल ही में यह महत्वपूर्ण विभाग संभाला है और उनका प्राथमिक प्रयास है कि किसानों को समय पर बीज और खाद उपलब्ध कराया जाए. उन्होंने कहा, "यह किसानों की एक प्रमुख समस्या है और हम इसे जल्द से जल्द हल करने के लिए एक व्यापक रणनीति तैयार कर रहे हैं."
कृषि जागरण से हो जन जागरण!
कृषि राज्य मंत्री चौधरी ने कृषि जागरण के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, "कृषि जागरण को जन जागरण करना होगा और देश के हर छोटे किसान तक अपनी पहुंच बनानी होगी. सरकार भी हर बड़े और छोटे किसान तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध है." उन्होंने यह भी बताया कि किसानों को सरकार से संपर्क स्थापित करने का एक सरल और सुलभ तरीका प्रदान किया जाएगा, ताकि वे अपनी समस्याओं और चिंताओं को बिना किसी परेशानी के सरकार तक पहुंचा सकें. इससे किसान सरकार से सीधे संपर्क साध सकते हैं. उन्होंने कहा कि मैं भी एक किसान हूं और किसानों की पीड़ा से भली-भांति परिचित हूं. मेरा प्रयास है कि किसानों तक सीधे सम्पर्क बन सके और देश के हर किसान की समस्या दूर की जा सके.
खरीफ फसलों के लिए तैयारी
वर्तमान में खरीफ फसलों के लिए बीज और खाद की त्वरित उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है. कृषि राज्य मंत्री चौधरी ने विश्वास दिलाया कि किसानों को समय पर सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे.
कृषि जागरण की भूमिका महत्वपूर्ण
कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड के संस्थापक एवं प्रधान संपादक एम.सी. डोमिनिक ने उन्हें बताया, "कृषि जागरण पिछले 27 वर्षों से निर्बाध रूप से किसानों को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. हम सरकार की हर योजना और नीति की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए सदैव समर्पित रहेंगे." उन्होंने यह भी कहा कि “मिलेनियर फार्मर ऑफ़ इंडिया अवार्ड” के माध्यम से देशभर के किसानों को अधिक ऊर्जा और व्यापकता के साथ जागरूक किया जाएगा. यह पहल किसानों को न केवल जानकारी प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास होगा.
इस महत्वपूर्ण मुलाकात ने कृषि क्षेत्र में नई उम्मीदें और विश्वास की लहर पैदा की है. किसानों के लिए यह खबर निश्चित रूप से राहत और विश्वास का संदेश लेकर आई है.