कृषि यंत्रीकरण और जमीनी नवाचार को समर्पित एक अग्रणी पहल के रूप में, कृषि जागरण ने AMI अवार्ड्स 2025 के कर्टन रेज़र समारोह का आयोजन किया. यह पहल "लैब से खेत" तक समाधान पहुंचाने का माध्यम बनेगी, जिसमें अत्याधुनिक तकनीकों के साथ-साथ किसानों द्वारा किए गए देसी 'जुगाड़' नवाचारों को सम्मानित किया जाएगा, जो टिकाऊ और परिवर्तनकारी कृषि को बढ़ावा देते हैं.
खेती में नया युग: जुगाड़ से तकनीक तक
दुनिया की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए खेती लगातार विकसित हो रही है, और इसमें मशीनीकरण की भूमिका बेहद अहम है. जहां एक ओर ट्रैक्टर जैसी बड़ी मशीनों की कंपनियां अत्याधुनिक तकनीक ला रही हैं, वहीं दूसरी ओर किसान अपने स्तर पर छोटे-छोटे लेकिन प्रभावशाली 'जुगाड़' से खेती की तस्वीर बदल रहे हैं—"छोटे बदलाव, बड़े परिणाम".
इन्हीं नवाचारों के उत्सव और प्रोत्साहन के लिए कृषि जागरण ने 5 मई 2025 को KJ चौपाल, नई दिल्ली में AMI अवार्ड्स 2025: एग्री मशीनरी इनोवेशन कॉन्क्लेव एंड अवार्ड्स के कर्टन रेज़र समारोह का आयोजन किया. यह मंच 'लैब से खेत' तक के नवाचारों को किसानों की वास्तविक जरूरतों से जोड़ने का वादा करता है.
संगठन और साझेदार
इस पहल का आयोजन कृषि जागरण द्वारा किया गया है, जिसमें ICAR (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) ज्ञान साझेदार के रूप में शामिल है. साथ ही ISAE (भारतीय कृषि अभियंता समाज), TMA (ट्रैक्टर निर्माता संघ) और TMAI (टिलर निर्माता संघ) सहयोगी भागीदार के रूप में जुड़े हैं. यह पहल अत्याधुनिक और जमीनी दोनों तरह के नवाचारों को सम्मानित करने के लिए तैयार की गई है.
आधिकारिक ट्रॉफी का अनावरण
डॉ. एस.एन. झा, उप महानिदेशक (एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग), ICAR एवं ISAE के अध्यक्ष ने AMI अवार्ड्स 2025 की आधिकारिक ट्रॉफी का अनावरण किया. उन्होंने 19 सितंबर 2025 को होने वाले मुख्य कॉन्क्लेव और पुरस्कार समारोह की घोषणा की और भारतीय कृषि को बदलने में यंत्रीकरण की भूमिका को रेखांकित किया. साथ ही, उन्होंने इस ऐतिहासिक पहल के लिए कृषि जागरण की सराहना की.
उपस्थित गणमान्य अतिथि
इस कार्यक्रम में कई विशिष्ट अतिथियों, निर्णायकों और उद्योग जगत के नेताओं ने शिरकत की, जिनमें शामिल थे: आईएआरआई में कृषि इंजीनियरिंग के प्रमुख डॉ पीके साहू , सीआईएई के पूर्व निदेशक डॉ पीतम चंद्रा और एसीई ट्रैक्टर्स के पूर्व सीओओ अशोक अनंतरामन, एमिटी फूड एंड एग्रीकल्चर फाउंडेशन की महानिदेशक डॉ नूतन कौशिक, कृषि विमान ड्रोन के प्रबंध निदेशक शंकर गोयनका और कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के एनआरएए में तकनीकी विशेषज्ञ डॉ सुषमा सुधिश्री शामिल थे. कॉर्पोरेट प्रतिनिधियों में एआईसी के जीएम और सीएमओ ललित खरबंदा, सोनालीका ट्रैक्टर्स के डीजीएम कुणाल वैष्णवी, एआईसी में जीएम विनीता प्रणय जोशी और इंडसइंड बैंक में ट्रैक्टर और कृषि उपकरण कारोबार के प्रबंधक उदयभान सिंह और कृषि जागरण संस्थापक और प्रधान संपादक एम.सी. डोमिनिक, प्रबंध निदेशक शाइनी डोमिनिक और ग्रुप एडिटर एवं CEO ममता जैन भी उपस्थित थी.
नवाचार के असली नायकों को मिलेगा मंच
कृषि जागरण के नेतृत्व ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए इस बात को दोहराया कि AMI अवार्ड्स 2025 का उद्देश्य कृषि यंत्रीकरण के असली नायकों—चाहे वे कॉर्पोरेट नवोन्मेषक हों या किसान आविष्कारक—को पहचान और मंच देना है. ‘आत्मनिर्भर कृषि’ और ‘विकसित भारत’ के साझा दृष्टिकोण के साथ, AMI अवार्ड्स 2025 एक ऐसा मंच बनने जा रहा है, जहां भारत के कृषि मशीनरी का भविष्य, जमीनी नवाचारों की ताकत से जुड़कर नई दिशा पाएगा.