देश के किसानों के लिए खरीफ सीजन की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में किसान अपनी अच्छी फसल के लिए खाद का प्रयोग करते हैं, जिसकी कीमतें सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है तथा उसी भाव में किसानों को खाद बेची जाती है. वहीं इन खादों की खरीद पर सरकार सब्सिडी भी देती है, जिससे किसानों को ज्यादा कीमत भी नहीं चुकानी पड़ती है. आपको बता दें कि सरकार की तरफ से खाद के लिए सालाना 2.25 लाख करोड़ की सब्सिडी दी जाती है.
अब नहीं होगा खाद की कीमतों में इजाफा (fertilizer Prices will not increase)
किसानों के लिए एक अच्छी खबर यह भी है कि खाद की कीमतों में इजाफा नहीं देखने को मिलेगा, इसके संकेत केंद्रीय रसायन मंत्री मनसुख मडाविया ने दिए थे. उन्होंने कहा था कि “देश में यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता है. हमारे पास दिसंबर तक घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए यूरिया का भंडार है. हमें दिसंबर तक आयात करने की जरूरत नहीं है.
उन्होंने कहा कि सरकार पहले ही 16 लाख टन यूरिया का आयात कर चुकी है”. इससे साफ जाहिर होता है कि देश में पर्याप्त मात्रा में खाद का स्टॉक है और कीमतों में भी बढ़ोत्तरी नहीं होगी. बता दें कि हाल ही में केंद्र सरकार ने एमएसपी MSP में बढ़ोतरी कर किसानों को तोहफा भी दिया था.
खाद पर कितनी मिल रही सब्सिडी (Subsidy on Fertilizer)
केंद्र सरकार की कैबिनेट बैठक ने फास्फेटिक और पोटाश उर्वरक पर खरीफ सीजन 2022 (6 महीने) के लिए ₹60,939 करोड़ की सब्सिडी देने का फैसला किया है.
खाद उर्वरकों की कीमत (Fertilizer Prices)
- यूरिया की कीमत 2450 रुपये प्रति बैग है, जिस पर सरकार द्वारा 2183.50 रुपये की सब्सिडी दी जा रही है, जिसके बाद इसकी कीमत 266.50 रुपये है.
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- DAP का भाव 4073 रुपये प्रति बैग है, जिस पर सरकार 2501 रुपये की सब्सिडी दे रही है, जिसके बाद इसकी कीमत 1350 रुपये है.
- NPK का भाव 3291 रुपये प्रति बैग है सरकार द्वारा 1918 रुपये की सब्सिडी देने पर यह आपको 1470 में मिलेगा.
- MOP की कीमत 2654 रुपये प्रति बैग है जिस पर सरकार द्वारा 759 रुपये की सब्सिडी दी जा रही है, जिसके बाद इसकी कीमत 1700 रुपये है.