किसान सम्मेलन में देश के कोने-कोने से लगभग 13,500 किसान शिरकत कर रहे हैं. मेला परिसर में 300 से ज्यादा कृषि स्टार्ट-अप की प्रदर्शनियां लगाई गई हैं. कॉन्क्लेव में कृषि वैज्ञानिक, कृषि विशेषज्ञ और कृषि योजनाओं के नीति-निर्मात भी शामिल हैं. उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने ‘भारतीय जन उर्वरक परियोजना- वन कंट्री वन फर्टीलाइजर’ के अंतर्गत ‘भारत यूरिया बैग’ को भी लांच कर दिया है. इस योजना के तहत फर्टीलाइजर कंपनियां एक नाम ‘भारत’ से देशभर में खाद और उर्वरक बेच सकेंगी. कार्यक्रम का वर्चुअल प्रसारण देशभर में लगभग एक करोड़ किसान लाइव देख रहे हैं.
किसानों की समस्याओं से सीधे रूबरू हुए कृषि अधिकारी
कॉन्क्लेव में कृषि विशेषज्ञ किसानों को वैज्ञानिक विधि से खेती-बाड़ी करने के साथ-साथ कृषि स्टार्ट-अप से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं. ‘एग्री स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव’ और किसान सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकारों के कृषि विभाग और किसानों के बीच सुचनाओं का आदान-प्रदान करना है ताकि किसानों की समस्याओं का सीधे समाधान किया जा सके और छोटे-बड़े कृषकों को खेती बाड़ी और स्टार्ट-अप शुरू करने में परेशानी न हो. साथ ही किसानों को नए कृषि उपकरणों की जानकारी भी दी जा सके.
देशभर में 600 किसान समृद्धि केंद्रों का उद्घाटन
एग्री स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव और किसान सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने 600 किसान समृद्धि केंद्रों, मॉडल उर्वरकों की दुकानों को भी हरी झंडी दिखा दी है. ये मॉडल दुकानें किसानों को एक ही स्थान पर खाद, बीज, उर्वरक, कीटनाशक और अन्य कृषि संसाधन उपलब्ध कराएंगी. इसे ‘मॉडल फर्टिलाइजर रिटेल वन शॉप’ नाम दिया गया है. इन दुकानों पर सम्मेलन में शामिल हो रहे किसानों को कृषि से जुड़े संसाधनों के साथ-साथ कृषि योजनाओं की जानकारी और मृदा परीक्षण की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. सरकार भविष्य में इन मॉडल दुकानों के विस्तार करने की योजना पर भी कार्य कर रही है.
किसानों को एक्सपर्ट ने समझाई नई कृषि तकनीक
एग्री स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव में किसानों ने कृषि स्टार्ट-अप से जुड़ने के लिए तमाम महत्वपूर्ण जानकारियां विशेषज्ञों से हासिल कर रहे हैं. एक्सपर्ट, किसानों को तमाम कृषि योजनाओं से जुड़ने और नए कृषि उपकरणों और उत्पादों के प्रयोग और फायदे भी समझा रहे हैं. किसान सम्मेलन का दूसरा दिन पूरी तरह कृषि तकनीकों से जुड़ा रहा. जहां किसानों को कृषि स्टार्ट-अप से प्रेरणा लेने और अपनी कहानी साझा करने का मौका मिला. किसान मेला में लगभग 300 नए स्टार्ट-अप की प्रदर्शनियां लगाई गई हैं.
डे-वन: LIVE अपडेट
- कार्यक्रम के निर्धारित समय 11:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने काफिले के साथ भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र (IARI), मेला परिसर, पूसा, नई दिल्ली पहुंचे.
- प्रधानमंत्री की अगुवाई केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख एल. मंडाविया ने की.
- पीएम मोदी ने डीबीटी के माध्यम से 8 करोड़ किसानों के बैंक खातों में सम्मान निधि की 12वीं किस्त रूप में 16 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए.
- पीएम मोदी ने मेला परिसर में लगीं प्रदर्शनियों का निरीक्षण किया. कार्यक्रम में पीएम लगभग 2 घंटे तक रुके.
- किसानों और व्यवसायियों को मेला में दुकानें सजाए बैठे एंटरप्रन्योर्स ने नई कृषि टेक्नोलॉजी और अपने नेचुरल हर्बल प्रोडक्ट्स की खूबियां बताईं.
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जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान ः मोदी
कॉन्क्लेव के उद्घाटन कार्यक्रम में किसानों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के प्रत्येक हिस्से से किसान इस सम्मेलन में शामिल हुए हैं, सबको नमन करता हूं. देश में नए कृषि स्टार्ट-अप फसल उत्पादन को बढ़ाएंगे, मिट्टी के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए कार्य करेंगे. नए स्टार्ट-अप देश में बेहतर कृषि परिणामों के उपयोग के लिए नई टेक्नोलॉजी को विकसित कर रहे हैं. 'वन नेशन-वन फर्टिलाइजर' योजना से उर्वरक और खाद किसानों को आसानी से मिल सकेगी. 'प्रति बूंद-अधिक फसल' योजना के तहत हम ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर के उपयोग को महत्व दे रहे हैं. यह पहल जल संरक्षण और मिट्टी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करेगी. 18% की वृद्धि दर के साथ भारत दुनिया के शीर्ष 10 कृषि उत्पादकों में से एक है. पहली बार, भारत ड्रैगन फ्रूट और ब्लैक गार्लिक जैसी फसलों का उत्पादन कर रहा है. देश नैनो-यूरिया के इस्तेमाल और यूरिया के उत्पादन की दिशा में काम कर रहा है. इससे देश यूरिया के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा. जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान!
डे-टू: LIVE अपडेट
- किसान सम्मेलन के दूसरे दिन लोकसभा स्पीकर और भारतीय जनता पार्टी से सांसद ओम बिरला ने मेला में लगाई गई 'किसान समृद्धि केंद्र' की प्रदर्शनी का निरीक्षण किया.
- मेला परिसर में फल और सब्जी ग्रेडिंग मशीन, कल्टीरोवेटर, कटहल कॉफी (Jack Coffee), हर्बल प्रोडक्ट्स, इलेक्ट्रिक बैल (Electric Bail), पशुपालन से संबंधित स्वास्थ्य उत्पाद आदि के स्टॉल किसानों और व्यवसायियों के बीच आकर्षण का मुख्य केंद्र रहे.
- मेला परिसर में बनाए गए कॉन्फ्रेंस हॉल में शाम के चार बजे तक पैनल डिसक्शन का आयोजन किया गया. डिसक्शन में केंद्रीय मंत्री, कृषि वैज्ञानिक और व्यवसायी शामिल रहे.
- एंटरप्रन्योर के एक सवाल के जवाब में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा- 'आज विदेश जाने पर हमें गर्व की अनुभूति होती है'.
- कॉन्फ्रेंस में शामिल भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक और एंटरप्रन्योर्स ने केंद्रीय मंत्रियों और अन्य अतिथियों के जवाब पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं दीं.