किसानों तक खेती से जुड़ी जानकारी पहुंचाने और उनके द्वारा तैयार किए गए कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग समय-समय पर किसान मेले या कृषि प्रदर्शनियों का आयोजन करता रहता है. इन कृषि मेलों का मुख्य उद्देश्य किसानों तक खेती-बाड़ी से जुड़ी अहम जानकारियां पहुंचाना और उन्हें खेती की नई तकनीकों के बारे में जागरूक करने का होता है. इसी कड़ी में मंगलवार (2 जनवरी 2024) को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के सहयोग से कृषि विज्ञान केंद्र हिसार के प्रांगण में जिला स्तरीय किसान मेला का आयोजन किया गया.
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग तथा कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस मेले में हिसार जिले के विभिन्न गांव के 600 से ज्यादा किसान, विद्यार्थी और महिलाओं ने भाग लिया. मेले के दौरान किसानों को कई अहम जानकारियां दी गई. साथ ही उन्हें केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में भी बताया गया. मेले की जानकारी देते हुए कृषि विज्ञान केंद्र, हिसार के मुख्य वैज्ञानिक डॉ.नरेंद्र कुमार ने बताया कि मेले में किसानों को खासकर मोटे अनाज यानी मिलेट के महत्व के बारे में बताया गया. इस दौरान उन्हें मिलेट से जुड़ी योजनाओं के बारे में भी जागरूक किया गया.
इसके अलावा किसानों को भविष्य की खेती की तकनीक, प्राकृतिक खेती सहित कई अहम मुद्दों पर जानकारी दी गई. इस दौरान किसानों ने नव वर्ष संकल्प दिवस भी मनाया. मेले के दौरान उप संभागीय कृषि अधिकारी (SDAO) डॉ .सोमप्रकाश ने किसानों को मोटे अनाज उगाने व सभी देशवासियों को मोटे अनाज को अपनी थाली में शामिल करने का आह्वान किया.
इसके अलावा डॉ.जरंग शर्मा, डॉ.सतपाल, डॉ. नीरज, बीएओ डॉ. बलवान , डॉ. ओपी नेहरा, डॉ. कुलदीप , डॉ. पंकज कुमार, डॉ. सतबीर कुंडू, डॉ. बृजलाल, डॉ. राधेश्याम और अजय कुमार ने ड्रोन तकनीक, नैनो टेक्नोलॉजी, खरपतवार प्रबंधन, किचन गार्डनिंग, बागवानी समेत अन्य मुद्दों पर किसानों के साथ अपने विचार साझा किए. इसी तरह किसानों को कम लागत आधारित कृषि पद्धति अपनाने की सलाह भी दी गई.