PM Kisan Update: 4 राज्यों के किसानों को मिली 21वीं किस्त, जानें बाकी किसानों को कब तक मिलेगा लाभ? Weather Update: यूपी, पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड समेत इन राज्यों में होगी बारिश, जानिए अपने यहां का पूरा मौसम अपडेट Sankalp Retail: देशभर में कृषि-इनपुट खुदरा व्यापार को बदलना और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देना किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 8 May, 2020 8:53 PM IST

किसान कांग्रेस और किसान यूनियन के कुछ संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में लिखा गया है कि किसान इस समय वैश्विक महामारी कोरोना के चलते संकट में है. अतः किसानों के सभी प्रकार कर्ज पूरी तरह से माफ़ किया जाएं. प्रधानमंत्री को लिखे पत्र द्वारा किसान कांग्रेस के उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोलंकी ने यह भी कहा है कि यदि किसानों को इसी तरह से नजरअंदाज किया जाएगा तो किसान सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे.

उन्होंने पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री से कहा कि किसान कांग्रेस यह मांग करती है कि किसानों को कर्ज से मुक्त किया जाए जिससे किसान बिना किसी बोझ के, भविष्य की तरफ बढ़ सकें और भारत के निर्माण में सहयोग कर सकें. सोलंकी ने प्रधानमंत्री से यह आग्रह भी किया कि किसानों की मदद के लिए एक वित्तीय राहत पैकेज की घोषणा की जाए. बता दें किसान कांग्रेस और कुछ किसान संगठन पिछले  कुछ दिन से लगातार किसानों की कर्ज माफी की मांग कर रहें है. इस बार कर्जमाफी की मांग सड़कों पर उतरकर नहीं हो रही बल्कि ऑनलाइन आन्दोलन के जरिए हो रही है. 

क्या है कर्जमाफी ?

जब कर्जमाफी की जाती है तो बैंक पूरी तरह से कर्ज वसूली को निरस्त कर देता है और किसी प्रकार की किश्त और राशि नहीं लेगी. आमतौर किसान कर्ज माफी इस तरह से ही की जाती है.

कर्जमाफी और राइट ऑफ कर्जमाफी में अंतर

ऐसे कर्जदार जो सक्षम होने के बावजूद जानबूझकर कर्ज नहीं चुका रहें है. उन्हें विलफुल डिफॉल्टर कहा जाता है. लेकिन जब बैंक को इनसे कर्ज वापसी की उम्मीद नहीं रहती तो बैंक इनके कर्ज को राइट ऑफ कर देते हैं यानी बकाए खाते में डाल दी जाती है. जब इस प्रकार के लोगो का कर्ज माफ़ किया जाता है तो बैंक इसे कर्जमाफी के श्रेणी में नहीं रखता.

English Summary: Kisan Congress appeals to PM to waive farmers' debt, know what right of loan waiver?
Published on: 08 May 2020, 08:55 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now