किसी ने सच ही कहा है कि अगर भारत की वास्तविक यात्रा करनी है तो यहां के गांवों का रुख़ करें. भारत के गांवों की मिट्टी प्रतिभावान लोगों से भरी हुई है. इतिहास ने उनकी बुद्धि और कौशल का लोहा कई बार माना है. यह भी सत्य है कि अगर ग्रामीण अपनी आत्मशक्ति जगा ले तो, बड़े से बड़ा लक्ष्य पा सकता है. आज से पहले दुनिया का सबसे तेज धावक उसैन बोल्ट था लेकिन आज इस बात पर ग्रामीण प्रतिभा ने प्रश्न चिन्ह लगा दिया है.
कर्नाटक का ग्रामीण युवक श्रीनिवास गौड़ा इन दिनों सोशल मीडिया सेंसेशन बना हुआ है. दुनिया के सबसे तेज धावक उसैन बोल्ट से भी तेज दौड़कर उसने भारतवासियों को नई उम्मीद दी है. गौरतलब है कि पिछले दिनों 142.5 मीटर की दूरी की भैंसा दौड़ को 28 साल के इस युवक ने 13.62 सेकंड में पूरा कर लिया था. इतना ही नहीं, 100 मीटर की दूरी उसने सिर्फ 9.55 सेकंड में पूरी की थी. इस तरह से इस युवक ने बोल्ट के रिकॉर्ड को 0.03 सेकंड से तोड़ दिया.
सरकार ने लिया संज्ञान
विश्व पटल पर खेल जगत में सनसनी मचाने वाले इस युवक को स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने अब बुलाया है. श्रीनिवास गौड़ा के टैलेंट का टेस्ट किया जाएगा. खबरों के मुताबिक खेल मंत्रालय के आदेश पर गौड़ा के दौड़ने की क्षमता की जांच की जाएगी.
अब श्रीनिवास गौड़ा अगर परिक्षण में सफल हुए तो वो ओलंपिक और अंतर्राष्ट्रीय खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व कर सकेंगें. नि:संदेह अगर वो परिक्षण में सफल होते हैं, तो पूरी दुनिया की निगाहें भारत की तरफ़ होगी.
आनंद महिंद्रा ने भी की थी अपील
गौड़ा के बारे में आनंद महिंद्रा ने भी ट्वीट किया था. खेल मंत्री किरण रिजिजू को टैग करते हुए उन्होंने कहा था, "इस आदमी का शरीर किसी खिलाड़ी से कम नहीं है. यह एथलेटिक्स में बहुत अच्छा कर सकता है. खेल मंत्री किरण रिजिजू को उन्हें ट्रेनिंग देनी चाहिए."