बसवराज बोम्मई ने किसानों के बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए एक नई योजना शुरू की है. जिसके तहत किसानों के बच्चों को छात्रवृत्ति (Scholarship) दी जाएगी और उन्हें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा. यह फैसला बसवराज बोम्मई ने मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद अपनी पहली कैबिनेट बैठक में लिया है.
भारत एक किसानों का देश है यह हम सब जानते हैं. और इस पर खूब गर्व भी करते हैं लेकिन असल में किसानों की स्थिति क्या है यह किसी से छिपी नहीं है. हर रोज़ कहीं न कहीं से हमें किसानों के आत्महत्या करने की ख़बरें मिलती ही रहती हैं. जिसके पीछे का कारण किसानों की घटती आय है. किसानों की आय की अगर बात करें तो ज़्यादातर कम ही हो पाती है. जिसके कारण वो अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा भी नहीं दिला पाते हैं.लेकिन किसानों की इस समस्या का समाधान करने के लिए कर्नाटका सरकार ने एक योजना शुरू की है. जिसके तहत किसानों के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति दी जाएगी. तो आईये जानते हैं इस योजना से जुड़ी कुछ जानकारियों के बारे में.योजना से जुड़ी जानकारी कुछ इस प्रकार है.
योजना का लाभ लेने के लिये आवश्यक योग्यता
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इस योजना का लाभ लेने के लिए सरकार के द्वारा कुछ पैमाने तय किये गए हैं. जो कि कुछ इस प्रकार हैं
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योजना की सबसे पहली शर्त है कि लाभ लेने वाला बच्चा सिर्फ किसान का ही होना चाहिए .
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कर्नाटका का मूल निवासी होना जरूरी है.
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जिस छात्र ने 10 वीं पास कर ली है उसे इस योजना का लाभ मिल सकता है.
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कोर्स के अनुसार छात्रवृत्ति दी जाएगी.
योजना का लाभ लेने के लिए जरुरी दस्तावेज़
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छात्र का स्थायी नागरिकता प्रमाण पत्र होना जरूरी है.
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आधार कार्ड होना चाहिए.
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बैंक अकाउंट होना जरूरी है.
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एक वैध फ़ोन नंबर
योजना में कोर्स के अनुसार राशि दी जाएगी
योजना में राशि कुछ इस प्रकार दी जाएगी
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पोस्ट ग्रेजुएशन की छात्राओं को 11000 रुपये दिए जाएंगे और वहीं छात्रों को 10000.
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पैरामेडिकल, law और दूसरे कोर्सेज की छात्र, छात्राओं को 8000 और 7500 रुपये दिए जाएंगे.
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PUC, ITI के छात्र, छात्राओं 3000 और 2500 रुपये दिए जाएंगे.
आवेदन प्रक्रिया
योजना का लाभ लेने के लिए कर्नाटका सरकार की आधिकारिक वेबसाइट www.karnataka.gov.in पर जाकर बड़ी आसानी आवेदन किया जा सकता है.