केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी दो दिवसीय पश्चिम बंगाल के दौरे पर रहे. इस दौरान केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने जलपाईगुड़ी जिले में विभिन्न स्थानों पर खेतों में पहुंचकर चाय एवं धान की खेती कर रहे किसानों से संवाद कर उनकी समस्याएं जानी तथा केंद्र सरकार की कृषि हितैषी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की.
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने जलपाईगुड़ी जिले में स्थित मयनागुड़ी में चाय के बागानों में जाकर पत्तियों की छंटनी कर रहे किसानों एवं श्रमिकों से संवाद किया तथा चाय की खेती का अवलोकन कर किसानों के साथ हरी चाय पत्तियां तोड़ने का अनुभव जाना.
तथा चाय की फ़ैक्ट्री का अवलोकन किया. फैक्ट्रीकर्मियों से चाय की पत्तियों के प्रसंस्करण से पैकिंग तक की प्रक्रिया के बारे मे जानकारी प्राप्त की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार चाय की खेती करने वाले किसानों एवं चाय बागानों में काम करने वाले श्रमिकों की आय बढ़ाने को लेकर कृत संकल्पित है.
इसके बाद केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी कृषि विज्ञान केंद्र जलपाईगुड़ी में स्थानीय किसानों के साथ संवाद कार्यक्रम में सम्मिलित हुए. इस दौरान केवीके परिसर में लगी खेती किसानी से जुड़ी प्रदर्शनियों का अवलोकन किया तथा स्थानीय कृषि के विकास को लेकर किए जा रहे अनुसंधान कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की. कैलाश चौधरी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार उन्नत किस्म के बीज से लेकर खेत में तैयार फसल के अच्छी रेट दिलाने के लिए बाजार की सुविधा उपलब्ध करवाने तक हर संभव प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि एफपीओ के माध्यम से किसान समूह में जुड़कर अपनी खुद की प्रोसेसिंग इकाई खोल सकता है, इसके माध्यम से निश्चित रूप से किसान की आमदनी में वृद्धि होगी.
ये भी पढ़ें: FICCI Conference Leeds 2022 में कृषि मंत्री ने वर्चुअली किया संबोधित, उत्पादन पर कहीं ये बड़ी बात
इससे वह धीरे-धीरे किसान से व्यापारी बनने की ओर अग्रसर होगा तथा अपनी फसल की रेट खुद तय करने लगेगा. केंद्र की मोदी सरकार इस तरह से देश के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किसान कल्याणकारी योजनाएं चला रही है.