वकालत की पढ़ाई करने लिए लॉ कोर्स में दाखिला लेना होता है, जिसके लिए आमतौर पर कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT) लिया जाता है. इस टेस्ट को पास करने के बाद लॉ कोर्स में एडमिशन मिलता है. बता दें कि इस परीक्षा का आयोजन एनएलयू कंसोर्टियम (Consortium of NLU) द्वारा किया जाता है. लॉ के कोर्स में एडमिशन के लिए छात्रों का 12वीं पास होना अनिवार्य होता है.
BHU लॉ एंट्रेस टेस्ट
वकालत की पढ़ाई में इच्छुक छात्र बीएचयू (BHU) लॉ एंट्रेस टेस्ट के जरिए लॉ कोर्स में दाखिला पा सकते हैं. आपको बता दें कि बीएचयू (BHU) लॉ एंट्रेस टेस्ट का आयोजन बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के द्वारा किया जाता है. बीएचयू (BHU) लॉ एंट्रेस टेस्ट पास करने वाले छात्रों को ही लॉ में एडमिशन मिलता है. इस परीक्षा का आयोजन ऑफलाइन तथा ऑनलाइन दोनों माध्यमों से किया जाता है, जिसमें हर साल करीब लाखों की तादाद में छात्र बैठते है.
AILET ऑल इंडिया लॉ एंट्रेस टेस्ट
वकालत की पढ़ाई के लिए किसी भी लॉ कोर्स में एडमिशन पाने के लिए जरूरी है कि छात्र लॉ एंट्रेस टेस्ट पास करें. AILET ऑल इंडिया लॉ एंट्रेस टेस्ट भी एक ऐसा टेस्ट है, जिसे पास करने के बाद छात्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (NLU) में दाखिला पा सकते हैं. अधिकतर लॉ के इच्छुक छात्र एनएलयू में ही दाखिला पाना चाहते हैं, क्योंकि एनएलयू को देश की सबसे बेहतरीन यूनिवर्सिटी में से एक मानी जाती है.
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LSAT लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट
LSAT लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट का आयोजन देश में वकालत की पढ़ाई के लिए किया जाता है. इस परीक्षा के माध्यम से छात्र देश के बड़े निजी यूनिवर्सिटी तथा कॉलेजों में दाखिला पा सकते हैं, जिसमें 5 साल की अवधि वाला इंटीग्रेटिड एलएलबी (Integrated LLB) कोर्स तथा 3 साल का एलएलबी (LLB) और एलएलएम (LLM) कार्स शामिल हैं.