#मिशनहेल्दीइंडिया के अंतर्गत 17 से 21 मार्च के बीच इंदौर कृषि महाविद्यालय में जैविक कृषि ज्ञान सम्मेलन- 'आर्गेनिक एक्सपो 2021' का आयोजन किया जा रहा है. इस मिशन का मुख्य उद्देश्य जैविक खेती तथा आर्गेनिक उत्पादों को अधिक महत्व देना है. वहीं जैविक मेले के माध्यम से राज्य के भीतर जैविक खेती को बढ़ावा देने व किसानों की आमदनी में सुधार हेतु उत्पादकों और खरीददारों के बीच व्यापक संबंध स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है.
यह पांच दिवसीय आर्गेनिक एक्सपो, सीधे तौर पर ग्राहकों और आपूर्तिकर्ताओं को व्यक्तिगत रूप से मिलने का साक्षी बनेगा. उल्लेखनीय है कि भारतीय किसान संघ मालवा प्रांत, कृषि तकनीकी प्रबंध संस्था (आत्मा), जिला इंदौर मेले के सहभागी हैं एवं कॉलेज आफ एग्रीकल्चर, इंदौर नॉलेज पार्टनर हैं.
इस प्रदर्शनी में मुख्य रूप से जैविक कम्पनियों के स्टाल देखने को मिलेंगे, जहां जैविक कृषि कर रहे किसानों के उत्पादों की प्रदर्शनी और विक्रय का पूर्ण बंदोबस्त होगा. इसके अलावा ऑर्गनिक मेले में शासकीय कृषि कल्याणकारी योजनाओं को भी प्रदर्शित किया जाएगा. खासतौर पर ग्राहकों को यहां गाय को गोद लेने और अपना जैविक किसान चुनने की भी विशेष सुविधा मिलेगी.
आर्गेनिक एक्सपो के मुख्य आयोजनकर्ता मनोज मिश्रा ने बताया कि, "कार्यक्रम में गौ आधारित जैविक खेती का सजीव प्रदर्शन भी देखने को मिलेगा. जहां उन्नत किस्म के पशुओं की प्रदर्शनी, गोबर, गौमूत्र व फसल अवशेष के माध्यम से निर्मित विभिन्न प्रकार की जैविक खादों की प्रदर्शनी तथा जैविक सूक्ष्म पोषक तत्वों के निर्माण की विधि का सजीव प्रदर्शन भी होगा. इसके अतिरिक्त मेले में पहुंचने वाले लोगों के लिए जैविक सब्जी मंडी एवं फ़ूड ज़ोन भी मुख्य आकर्षण होंगे."
उन्होंने आगे कहा कि, इस सम्पूर्ण कार्यक्रम में ज्ञान सम्मेलन विशेष रूप से महत्वपूर्ण होगा क्योंकि जैविक क्षेत्र की महान विभूतियां सुश्री शर्मिला जैन, श्री रमेश भाई रूपरेलिया, श्री गोपाल भाई सुतरिया जैसे अन्य कई गुणीजनों द्वारा प्रत्यक्ष रूप से उनके अनुभव साझा किए जाएंगे.
उल्लेखनीय है कि जैविक मेले दुनियाभर के लोगों में जैविक क्षेत्र के बारे में जानकारी प्रदान करने में सहायक होते हैं. साथ ही प्रदर्शनी के दौरान विभिन्न कार्यशालाएं आयोजित होती हैं जिनमें विभिन्न वक्ताओं द्वारा चर्चा की जाती है और जैविक क्षेत्र के बारे में जानकरियों का आदान प्रदान किया जाता है. सरकारी बोर्ड के सदस्य भी पारस्परिक रूप से जैविक खेती और उससे सम्बंधित उत्पादों के बारे में ज्ञान साझा करते है जो इस पूरे उद्द्योग का समर्थन करते हैं व किसानों के उज्ज्वल भविष्य हेतु योजनाओं का क्रियान्वयन करते हैं. इस प्रकार ऑर्गैनिक मेले सभी जैविक हित ग्राहकों और संघो को एक साथ एक मंच प्रदान करते हैं.