Kachri Farming: कचरी की खेती कैसे करें? जानें पूरी विधि, लागत और मुनाफा Weather Update: 2 जुलाई तक इन 5 राज्यों में भारी बारिश की संभावना, IMD ने जारी की चेतावनी किसानों की ताकत बढ़ाने एडीग्रो एक नया चेहरा! कंपनी के निदेशक अजय जावला ने लॉन्च किया एडीग्रो ब्रांड का लोगो और कृषि उत्पाद किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 5 September, 2022 2:52 PM IST
Indian Institute of Soybean Research, Indore

सरकार द्वारा आरक्षित वर्ग के लिए रोजगार के क्षेत्र में विभिन्न स्तर पर प्रयास किए जा रहे है. इसी पहल के अंतर्गत भा.कृ.अनु.प-भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर (Indian Institute of Soybean Research, Indore) द्वारा “प्रशासनिक कर्मचारियों के लिए आरक्षण रोस्टर पर क्षमता निर्माण” पर 29 अगस्त से 01 सितम्बर तक तीन दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें देश के विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिभागियों ने भाग लेकर इस सत्र का लाभ प्राप्त किया.

Indian Institute of Soybean Research, Indore

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान,अविकानगर, जयपुर के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, आई.बी. कुमार सम्मिलित हुए.उन्होंने बताया किया कि इस तीन दिवसीय सत्र में भारत सरकार की आरक्षण नीति के अंतर्गत सार्वजनिक नियुक्ति पर चर्चा की तथा इन नीतियों को सुचारु रूप से संस्थान में संचालित करने के लिए पदों के अनुसार आरक्षण रोस्टर निर्माण कार्य एवं आरक्षण रजिस्टर के अनुरक्षण पर भी प्रशिक्षण दिया.

Indian Institute of Soybean Research, Indore

इसी श्रंखला में उनके द्वारा एक प्रदर्शन सत्र के माध्यम से उन्होंने संस्थान में रिक्तियों की गणना, अनुकंपा नियुक्तियों और आरक्षण रोस्टर उन्नयन और पदों के आधार पर आरक्षण रोस्टर बनाने के साथ-साथ एल-आकार के रोस्टर को बनाए रखने का प्रशिक्षण दिया.

ये भी पढ़ें: Soybean Cultivation And Production: सोयाबीन की उन्नत खेती से कमाएं मुनाफा, पढ़ें संपूर्ण जानकारी

इन तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतिम दिन, प्रतिभागियों ने इस सत्र की मेजबानी की सराहना की और संस्थान की निदेशक डॉ नीता खांडेकर ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए और प्रशासन से प्रशासनिक कर्मियों के उन्नयन के लिए अन्य ऐसे ज्ञानवर्धक कार्यक्रम आयोजित करने का अनुरोध किया.

English Summary: Indian Soybean Research Institute organized a 3-day program
Published on: 05 September 2022, 03:02 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now