Success Story: चायवाला से उद्यमी बने अजय स्वामी, मासिक आमदनी 1.5 लाख रुपये तक, पढ़ें सफलता की कहानी ट्रैक्टर खरीदने से पहले किसान इन बातों का रखें ध्यान, नहीं उठाना पड़ेगा नुकसान! ICAR ने विकसित की पूसा गोल्डन चेरी टमाटर-2 की किस्म, 100 क्विंटल तक मिलेगी पैदावार IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 3 March, 2022 11:06 AM IST
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC)

जैसे कि आप सब जानते हैं, कि अभी रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है. इसी के बीच देश की सबसे बड़े आईपीओ LIC IPO का इंतजार करने वाले लोगों के लिए एक बेहद बुरी खबर सामने आ रही हैं. हाल ही में सरकार ने कहा है कि इस युद्ध के कारण भारत आईपीओ तो टालने का विचार कर रहा है.

सूत्रों के अनुसार, रूस-यूक्रेन के युद्ध से शेयर बाजार पर भारतीय सरकार भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के साथ आगे बढ़ने के लिए स्थिति का आकलन करना होगा. सरकार के द्वारा यह भी फैसला लिया जा सकता है कि इसे अगले साल के लिए रोक दिया जाए. बता दें कि बाजार में इसी महीने में कई लोगों को आईपीओ के आने की उम्मीद थी.  

विनिवेश के बीच डर का माहौल (vinivesh ke beech dar ka maahaul)

जानकारी के मुताबिक, सरकार इस साल 78000 करोड़ रुपये के विनिवेश के अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए भारतीय जीवन बीमा कंपनी को 5 प्रतिशत की हिस्सेदारी को बेचकर 63000 करोड़ रुपये तक जुटाने की पूरी कोशिश करने की उम्मीद में थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. बल्कि इस विनिवेश को अब आने वाले वित्त वर्ष के लिए टाल दिया गया है.

आपको बता दें कि भारत सरकार सीपाएसई और एयर इंडिया जैसी बड़ी कंपनियों में विनिवेश की रणनीति अपनाकर लगभग 12030 करोड़ रूपए तक एकत्रित कर चुकी है. इसी तरह से साल सरकार ने 2021-22 में भी विनिवेश के तरीके से 1.75 लाख रुपए तक एकत्रित करने का लक्ष्य तय किया था. लेकिन रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध से भारतीय बाजार में काफी उथल-पटल देखने को मिल रही है.  

यह भी पढ़ेः LIC की इस स्कीम में होगा 1 करोड़ तक का फायदा, ऐसे उठाएं इसका लाभ

LIC में भारत की हिस्सेदारी (India's stake in LIC)

एक आंकड़े के अनुसार, भारत सरकार की एलआईसी में लगभग 100 प्रतिशत या 632.49 करोड़ तक हिस्सेदारी से अधिक शेयर शामिल हैं और एक शेयर का मूल्य लगभग 10 रुपए तक है. इसी प्रकार से सरकार ने पेटीएम, कोल इंडिया और रिलायंस पावर जैसी कंपनियों में भी विनिवेश के तरीकों को अपनाकर कई करोड़ रुपए जुटाए है. जो कुछ इस प्रकार है...

  • साल 2021 में पेटीएम से - 18300 करोड़ रुपए
  • साल 2010 में कोल इंडिया से - 15500 करोड़ रुपए
  • साल 2008 में रिलायंस पावर से - 11700 करोड़ रुपए तक.
English Summary: Indian government may postpone LIC IPO due to Russia-Ukraine war
Published on: 03 March 2022, 11:10 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now