Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 12 August, 2022 5:06 PM IST
indian and pakistani two brothers meet after 75 years of partition

भारत का विभाजन होना दुनिया की एक सबसे बड़ी त्रासदी थी, इस त्रासदी में दोनों मुल्कों के लाखों लोगों की हत्या हुई, लाखों को उनके परिवारों से और उनके घर से बे घर कर दिया गया. लेकिन आज के इस लेख में हम भारत विभाजन के दौरान हुई क्रूरता के बारे में ज़्यादा गहराई में न जा करके बल्कि हाल ही में घटी एक सकारात्मक घटना के बारे में बात करेंगे. जानकरी के लिए आपको बता दें कि आज के इस लेख का मुख्य केंद्र सिका खान हैं.    

दरअसल, पंजाब के रहने वाले सिका खान एक सिख परिवार से ताल्लुक रखते हैं. वे 75 साल बाद अपने पाकिस्तानी भाई सादिक खान से मिले हैं. सिका खान का कहना है कि वे महज दस साल के थे जब भारत का विभाजन हुआ था और उनका पूरा परिवार विभाजन के दौरान ख़त्म हो गया था. सिर्फ ये दो भाई ही बचे थे, वे भी बिछड़ गए थे.

ये भी पढ़ें: भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत को बनाया गया उत्तराखंड का ब्रांड एंबेसडर

सिका खान को अपने भाई से मिलाने का यह काम पाकिस्तानी YouTuber नासिर ढिल्लों के द्वारा किया गया है और मिलने के लिए दूसरी ओर सहारा बना करतारपुर कॉरिडोर जोकि भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान में जाने की अनुमति देता है. 2019 में खोला गया यह गलियारा, दोनों देशों के बीच जारी दुश्मनी के बावजूद, अलग-अलग परिवारों के लिए एकता और सुलह का प्रतीक बन गया है.

सिका का कहना है “मैं भारत से हूं और मेरा भाई पाकिस्तान से है, लेकिन हमारे अन्दर एक-दूसरे के लिए बहुत प्यार है, जब हम पहली बार मिले तो हम गले मिले और बहुत रोए. उन्होंने कहा हमें भारत-पाकिस्तान की राजनीति फर्क नहीं पड़ता है”. हम भाई हैं और हमारे लिए यही मायने रखता है.

English Summary: indian and pakistani two brothers meet after 75 years of partition
Published on: 12 August 2022, 05:17 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now