दुनिया में कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसे पूरी तरीके से खत्म करने का कोई इलाज नहीं है, लेकिन सर्वाइकल कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसे वैक्सीन द्वारा रोका जा सकता है. पहले दुनिया में इसे रोकने के लिए कई देशों ने वैक्सीन तैयार की हैं, लेकिन आज भारत भी उन देशों की श्रेणी में शामिल होने जा रहा है, क्योंकि आज भारत में सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित पूर्ण रुप से स्वदेशी वैक्सीन को लॉन्च किया जाएगा. जानकारी के लिए आपको बता दें कि यह केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री(Science and Technology) जितेंद्र सिंह द्वारा लॉन्च की जाएगी.
सर्वाइकल कैंसर क्या है(What is cervical cancer)
‘सर्वाइकल कैंसर’ कैंसर का एक ऐसा रुप है, जो कि महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है और यह गर्भाशय में होता है. विश्व स्वास्थ संगठन(WHO) की 2018 की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर की 57 लाख महिलाओं में यह कैंसर देखने को मिला है, जिसमें से 3 लाख 11 हजार महिलाओं की मृत्यु हुई थी.
इस कारण होता है सर्वाइकल कैंसर(Reasons of cervical cancer)
सर्वाइकल कैंसर के होने की वजह को अगर देखा जाए, तो अधिकांश मामले “ह्यूमन पैपिलोमावायरस” के कारण होते हैं. सामान्य "सामान्य प्रतिरक्षा प्रणाली(immune systems) वाली महिलाओं में गर्भाशय के कैंसर को विकसित होने में 15 से 20 साल लगते हैं. लेकिन कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली(immune systems) वालों को यह कैंसर केवल 5 से 10 साल में हो सकता है.
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डॉ एन के अरोड़ा का बयान(Statement of Dr. N K Arora)
नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन (NTAGI) के कोविड वर्किंग ग्रुप के चेयरपर्सन डॉ एन के अरोड़ा ने कहा कि मेड-इन-इंडिया वैक्सीन लॉन्च करना एक रोमांचक अनुभव है और साथ ही मुझे इस बात की खुशी है कि आने वाले समय में हमारी बेटियां और पोती अब इस बहुप्रतीक्षित टीका को प्राप्त करने में सक्षम होंगी. डॉ एन के अरोड़ा का कहना है कि यह टीका बहुत प्रभावी है और सर्वाइकल कैंसर को रोकता है, क्योंकि 85 प्रतिशत से 90 प्रतिशत मामलों में, सर्वाइकल कैंसर “ह्यूमन पैपिलोमावायरस” वायरस के कारण होता है और यह टीका उन वायरस के खिलाफ है.