भारत में टिड्डी नियंत्रण अभियान के लिए कई कोशिश की गयी और आखिरकार इसमें कामयाबी भी मिल गयी. इस समय देश सुर्ख़ियों में बना हुआ है और इसकी वजह यह है कि ड्रोन से टिड्डी नियंत्रण (Locust Control via drone) में हमें सफलता मिल चुकी है. जी हाँ, ड्रोन की मदद से हवाई छिड़काव करके फसल को चट कर जाने वाली टिड्डियों का सफाया किया जा रहा है और ऐसा करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन चुका है. इस सफलता के लिए संयुक्त राष्ट्र की संस्था खाद्य एवं कृषि संगठन यानी एफएओ (FPO) ने भारत की जमकर तारीफ भी की है.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के मुताबिक...
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की तरफ से इस बात की जानकारी दी गयी है. मंत्रालय के मुताबिक राजस्थान में टिड्डियों का आतंक खत्म करने की दिशा में बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, नागौर और जोधपुर में पांच ड्रोन तकनीक की मदद ली जा रही है. ड्रोन से अलग-अलग चरण में छिड़काव किया जा रहा है. इस तरह फसल बर्बाद करने वाली टिड्डियों पर काबू पाया जा रहा है.
मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक देश के राज्यों के कृषि विभाग, स्थानीय प्रशासन और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की मदद लेकर इस काम को अंजाम दिया जा रहा है. हाल ही में राजस्थान के साथ ही पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में लगभग 114,026 हेक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण कार्य पूरा किया गया है.
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मेक-इन इंडिया के तहत तैयार किया गया 'वीकल माउंटेड यूएलवी स्प्रेयर'
LOCUST ATTACK से फसलों को बचाने के लिए यूँ तो विदेशों से उपकरण मंगाए गए लेकिन इसके साथ ही मेक-इन इंडिया पहल के तहत टिड्डी नियंत्रण के लिए देसी यंत्र 'वीकल माउंटेड यूएलवी स्प्रेयर' (Vehicle mounted ULV sprayer) भी तैयार किया गया. कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग के एकजुट प्रयास से इसका परीक्षण राजस्थान के बीकानेर और अजमेर में किया गया और सफल रहा. ऐसे में यह उम्मीद लगाई जा रही है कि देश को लोकस्ट कंट्रोल के लिए अब उपकरण आयात करने की जरूरत नहीं होगी.