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Updated on: 30 May, 2024 12:26 PM IST
भारत का कृषि ऋण वितरण वित्त वर्ष 2024 के लक्ष्य से 24 प्रतिशत अधिक रहा (फोटो साभार: ANI)

पिछले पांच वर्षों में कृषि ऋण वितरण में लगातार वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कृषि ऋण लक्ष्य एक चौथाई से अधिक हो गया है. यह 2019-20 के दौरान लक्ष्य से सिर्फ 3 प्रतिशत अधिक था. हालांकि, बैंकों ने फसल ऋण को कुल कृषि ऋण के लगभग 60 प्रतिशत के भीतर रखा है. कृषि ऋण का एक बड़ा हिस्सा ब्याज सब्सिडी के लिए पात्र है और यह अक्सर ऋण माफी के वादे के कारण एक राजनीतिक मुद्दा बन जाता है. फसल ऋण खंड में किसानों द्वारा लिए गए 3 लाख रुपये तक के ऋण पर ब्याज सब्सिडी मिलती है और इस तरह के ऋण का हिस्सा फसल ऋण के तहत कुल वितरण का 75-80 प्रतिशत है.

नवीनतम आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 में कुल कृषि ऋण बढ़कर 24.84 लाख करोड़ रुपये हो गया है. जिसमें 14.79 लाख करोड़ रुपये का फसल ऋण और 10.05 लाख करोड़ रुपये का सावधि ऋण शामिल है. जबकि कुल लक्ष्य 20 लाख करोड़ रुपये का था. 2019-20 में कृषि ऋण का कुल वितरण 13.5 लाख करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले 13.93 लाख करोड़ रुपये था. कृषि ऋणों की एक खास विशेषता यह है कि मध्य प्रदेश में फसल ऋण का हिस्सा 67 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 71 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 74 प्रतिशत और राजस्थान में 76 प्रतिशत है.

बिजनेस लाइन ने नाबार्ड के एक पूर्व शीर्ष अधिकारी का हवाला देते हुए अपनी रिपोर्ट में बताया कि “वितरण में एक बड़ी क्षेत्रीय असमानता है जिस पर बैंकों और केंद्र को ध्यान देना चाहिए. क्योंकि कृषि ऋण का केवल 20 प्रतिशत हिस्सा 20 से अधिक राज्यों द्वारा साझा किया जाता है." उन्होंने आगे कहा, "यह अच्छी बात है कि वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) अधिक किसानों को शामिल करने पर जोर दे रहा है, लेकिन यह प्रतिनिधित्व न करने वाले राज्यों या कम हिस्सेदारी वाले राज्यों से होना चाहिए."

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पूर्व केंद्रीय कृषि सचिव और नाबार्ड द्वारा जारी कृषि ऋण पर एक अध्ययन के लेखक सिराज हुसैन के अनुसार, हालांकि किसानों को फसल ऋण में वृद्धि एक अच्छी खबर है, लेकिन पूर्वी राज्यों में इसका वितरण खराब है. हुसैन ने कहा, "फसल ऋण के बड़े वितरण का एक संभावित कारण यह हो सकता है कि यह अब मत्स्य पालन और पशुपालन के लिए भी उपलब्ध है। यह एक अच्छी बात है."

English Summary: India agricultural loan disbursement reaches 25 lakh crore in FY2023-24 target
Published on: 30 May 2024, 12:28 PM IST

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