मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा तैयार 'मूल पशुपालन सांख्यिकी' ने देश में दूध, अंडे और मांस उत्पादन में वृद्धि दिखाई है. रिपोर्ट जारी करने वाले केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला ने कहा कि कृषि क्षेत्र में पशुधन क्षेत्र का योगदान लगातार बढ़ रहा है, जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए इसके बढ़ते महत्व को दर्शाता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 में देश में कुल दूध उत्पादन 221.06 मिलियन टन था, पिछले वर्ष की तुलना में इस साल उत्पादन में 5.29% की वृद्धि हुई है. दूध की प्रति व्यक्ति उपलब्धता 444 ग्राम प्रतिदिन है.
पिछले वर्ष की तुलना में विदेशी/संकर नस्ल के मवेशियों के दूध उत्पादन में 6.16% और देशी या गैर-वर्णित मवेशियों के दूध उत्पादन में 6.13% की वृद्धि हुई है. इस वर्ष देश में कुल दूध उत्पादन में स्वदेशी मवेशियों का योगदान 10.35% है, जबकि गैर-वर्णित मवेशियों का योगदान 9.82% और गैर-वर्णित भैंसों का देश में कुल दूध उत्पादन में 13.49% योगदान है.
देशभर में कुल उत्पादन में बकरी के दूध का योगदान 2.93% है. सर्वेक्षण में दिखाया गया है कि कुल दूध उत्पादन में विदेशी गाय की हिस्सेदारी 1.92% थी. जिनमें राजस्थान (15.05%), उत्तर प्रदेश (14.93%), मध्य प्रदेश (8.60%), गुजरात (7.56%) और आंध्र प्रदेश (6.97%) मिलकर देश के कुल दूध उत्पादन में 53.11% का योगदान करते हैं.
अंडा उत्पादन
देश में कुल अंडा उत्पादन 129.60 बिलियन है और यह पिछले वर्ष की तुलना में 6.19% अधिक है. अंडे की प्रति व्यक्ति उपलब्धता 95 अंडे प्रति वर्ष है. शीर्ष पांच अंडा उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश (20.41%), तमिलनाडु (16.08%), तेलंगाना (12.86%), पश्चिम बंगाल (8.84%) और कर्नाटक (6.38%) हैं और ये राज्य मिलकर देश में कुल अंडा उत्पादन का 64.56% योगदान करते हैं.
मांस उत्पादन
देश में कुल मांस उत्पादन 9.29 मिलियन टन है और पिछले वर्ष की तुलना में इसमें 5.62% की वृद्धि हुई है. पोल्ट्री से मांस का उत्पादन 4.78 मिलियन टन है, जो कुल उत्पादन का लगभग 51.44% योगदान देता है. शीर्ष पांच मांस उत्पादक राज्य महाराष्ट्र (12.25%), उत्तर प्रदेश (12.14%), पश्चिम बंगाल (11.63%), आंध्र प्रदेश (11.04%) और तेलंगाना (10.82%) हैं. सर्वेक्षण में बताया गया है कु देश के कुल मांस उत्पादन में भैंस, बकरी, भेड़, सुअर और मवेशी क्रमशः लगभग 17.49%, 13.63%, 10.33%, 3.93% और 3.18% मांस उत्पादन का योगदान करते हैं.
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पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रणपाल ढांडा ने कहा कि अधिक लोग अपनी प्रोटीन आवश्यकताओं के लिए अंडे और चिकन को विकल्प के रुप में चुन रहे हैं. प्रति व्यक्ति अंडे और मांस की खपत देश में रोजगार के बहुत सारे अवसर लाएगी, अभी भी हमारे देश में प्रति व्यक्ति अंडे और चिकन की खपत विकसित दुनिया की तुलना में बहुत कम है. सर्वेक्षण में कहा गया है कि 2021-22 के दौरान देश में कुल ऊन उत्पादन 33.13 हजार टन था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10.30% कम रहा है.