सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 5 August, 2019 12:24 PM IST

कश्मीर में धारा 144 लागू होने के बाद चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल है. घाटी में इस समय व्यापार पूरी तरह से ठप हैं. सबसे ज्यादा असर कपड़े एवं सब्जियों के आयात-निर्यात पर पड़ा रहा है. खबरों की माने तो भारी चैकिंग एवं CRPF की 40 कंपनियों की तैनाती के बाद जम्मू-कश्मीर का मौहल गंभीर है. ऐसे में व्यापारी अपना माल वहां भेजने में डर रहे हैं.

इस बारे में सब्जी व्यापारियों का कहना है कि निर्यात रोकने की पहली वजह यह है कि वहां जाने वाले हर वाहन की अलग-अलग तरीके से जांच हो रही है. चैकिंग के दौरान पैकिंग को खोला जाता है, जिसके बाद उस माल को बेचना अपने आप में टेढ़ी खीर है. वहीं दूसरी तरफ घाटी के हालात नाजुक होने के कारण किसी भी समय कोई अप्रिय घटना घटने के की स्थिति बनी हुई है.

बता दें कि करगिल के बाद पहली बार कश्मीर के हालात बन रहे बन रहे हैं. हालांकि अभी तक यह नहीं पता लग सका है कि यहां क्या होने वाला है, लेकिन यूनिवर्सिटियों में होने वाली परीक्षाएं रद्द कर दी गई है. एक ही दिन में 7000 से अधिक यात्री वहां से वापस आ गए हैं. वहीं देर रात से ही प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ-साथ उमर अब्दुल्ला और सज्जाद लोन को नजरबंद रखा गया है.

हालांकि निर्यात ठप होने से भारी घाटे के बाद भी व्यापारी इस समय कश्मीर को लेकर एकजूट हैं. इस बारे में एक बड़े व्यापारी ने बात करते हुए कहा कि कश्नीर के हालात तो मुख्य रूप से गंभीर ही रहते हैं और वहां से व्यापार करना आसान नहीं होता. लेकिन इस समय सरकार कोई हल निकालने के लिए प्रयासित आभास प्रतित होती है. ऐसे में हम देशहीत में घाटा सहने को तैयार हैं.

English Summary: improt export declined in kashmir
Published on: 05 August 2019, 12:28 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now