सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 13 May, 2021 7:25 PM IST
Basmati Rice

वे सभी किसान जो बासमती की खेती कर उसे विदेशों में निर्यात करते हैं, उनके लिए यह खबर बेहद जरूरी है. किसान भाइयों को अब बासमती की चावल की खेती करते के दौरान कीटनाशकों के इस्तेमाल को लेकर भी सावधानी बरतनी होगी. बता दें कि अमेरिका, यूरोपीय संघ और ईरान ने दो टूक कह दिया है कि अगर निर्धारित मात्रा के अतरिक्त कीटनाशक का इस्तेमाल बासमती में किया गया, तो उसका निर्यात नहीं हो पाएगा.

वहीं, इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए बासमती एक्सपोर्ट डेवलपमेंट फाउंडेशन (BEDF) के प्रिंसिपल साइंटिस्ट रितेश ने कहा कि चावल में कीटनाशकों को अधिकतम सीमा 0.01 मिलिग्राम प्रतिकिलो तय की गई. अगर इससे अधिक मात्रा में कीटनाशक चावल में पाया गया, तो उसका निर्यात नहीं किया जा सकेगा, जिसके चलते किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान हो सकता है.रितेश ने कहा कि किसान भाई कीटनाशक का इस्तेमाल करते हुए थोड़ी एहतियात बरते. अगर जरूत हो, तभी कीटनाशक का इस्तेमाल करें, जरूरत न होने पर इसका इस्तेमाल कतई न करें यह आपके फसल को नुकसान पहुंचा सकती है.

बासमती चावल का सबसे बड़ा निर्यातक है भारत

यहां हम आपको बताते चले कि भारत बासमती चावल का सबसे बड़ा निर्यातक है. विश्व के तकरीबन 25 फीसद शेयर के साथ भारत बासमती चावल का सबसे बड़ा निर्यातक है. भारत प्रतिवर्ष 30 हजार करोड़ से भी ज्यादा का बासमती चावल निर्यात करता है. दुनिया के 150 देश बासमती चावल के दिवाने हैं.

लिहाजा पूरे विश्व में इसकी अच्छी खासी मांग है. बासमती चावल भारतीय किसानों के लिए आय का बहुत बड़ा स्रोत है, जिन देशों ने इस तरह का फरमान जारी किया है, वे देश भी भारत के इस बासमती चावल के दिवाने हैं. यूरोप समेत मध्य एशिया के भी कई देशों में बामसती चावल का निर्यात किया जाता है, लिहाजा वर्तमान में जिस तरह का फरमान बासमती चावल के निर्यातकों के लिए आया है, उस पर ध्यान देने की जरूरत है अन्यथा भारतीय किसानों को बड़ा नुकसान हो सकता है.

English Summary: Important news for basmati rice farmer
Published on: 13 May 2021, 07:29 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now