बड़े ही अफसोस के साथ लिखना पड़ रहा है कि किसानों भाइयों की समस्या लगातार बढ़ती ही जा रही है, जहां एक तरफ कोरोना का कहर किसानों को बेहाल करने में जुट चुका है, तो वहीं अब एक और खबर मौसम विभाग की तरफ से सामने आई है कि कुछ इलाकों में अरब सागर से निकला हुआ चक्रवाती तूफान ताउते अपना कहर बरपाएगा. हालांकि, मौसम विभाग ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि आज शाम तक अरब सागर से निकला हुआ चक्रवाती तूफान ताउते गुजरात से तट तक दस्तक दे चुका होगा. वहीं, ताउते के कहर को ध्यान में रखते हुए विभाग ने कई इलाकों में रेड अलर्ट जारी कर दिया है, जिसे लेकर किसान भाई अब सतर्क हो चुके हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती तूफान के हवा की रफ्तार प्रति घंटा 155-165 से 185 किलोमीटर हो सकती है. सोमवार की आंधी रात तक यह अत्यंत तीव्र चक्रवाती तूफान के रूप में रहेगा और हवा की गति 150 किमी से ज्यादा होगी. इसके बाद हवा की तरफ्तार आहिस्ता-आहिस्ता कम होगी. विभाग के मुताबिक, आगामी 19 मई तक सब कुछ सामान्य हो जाएगा.
इन इलाकों के लिए है खतरनाक संकेत
इसके साथ ही मौसम विभाग की तरफ से चक्रवाती तूफान ताउते को मद्देनजर रखते हुए कुछ इलाकों के लिए खतरनाक संकेत जारी कर दिए गए हैं. इन इलाकों में भारी बारिश के आसार जताए जा रहे हैं. आईएमडी के मुताबिक, महाराष्ट्र समेत गोवा में भारी बारिश की संभावना है. गुजरात व अंडमान निकोबर द्वीप समूह में भी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है.
चरम पर होगी हवा की रफ्तार
वहीं, मौसम विभाग की तरफ से हवा की तरफ्तार को लेकर चिंता व्यक्त की गई है. ऐसे में किसानों समेत मछुवारों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है. आईएमडी के मुताबिक, पूर्व-मध्य अरब सागर में 180-190 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है, जिनकी रफ्तार बढ़कर 210 किमी प्रतिघंटा हो सकती है. वहां 90-100 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं, जो बढ़कर 110 किमी प्रतिघंटा हो सकती हैं. दक्षिण गुजरात के तट से दूर और दमन व दीव तटों 70-80 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी के आसार हैं, जिसकी रफ्तार बढ़कर 90 किमी प्रतिघंटा हो जाएगी.
मछुआरों के लिए जारी है अलर्ट
यहां हम आपको बताते चले कि मौसम विभाग ने मछुवारों को अलर्ट जारी कर कहा कि वे समुंद्र किनारे जाने से बचे, चूंकि अभी कुछ दिनों से ताउते तूफान का कहर अपने चरम पर रहेगा. ऐसे में मछुआरों को अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है.