पेस्टिसाइड्स मैन्युफैक्चरर्स एंड फॉर्म्युलेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (PMFAI) ने भारत के सबसे बड़ा कृषि आदान व्यापार शिखर सम्मेलन का आगाज आज यानी 14 फरवरी को दुबई के ली मेरिडियन होटल्स एंड कॉन्फ्रेंस सेंटर, एयरपोर्ट रोड, में किया गया.
हमें यह बताते हुए ख़ुशी हो रही है कि कृषि जागरण की टीम दुबई में चल रहे 2 दिवसीय कार्यक्रम का हिस्सा होते हुए अपनी भागीदारी दिखा रहा है. अपनी भागीदारी दिखाते हुए कृषि जागरण अपनी ओर से पूरा प्रयास करता नजर आ रहा है की कैसे कृषि और कृषि व्यवस्था को बेहतर बनाया जाए. आइये आपको लेकर चलते हैं दुबई के उस कांफ्रेंस हॉल में और बताते हैं वहां क्या कुछ हुआ.
प्रदीप दवे (अध्यक्ष PMFAI और अध्यक्ष Aimco Pesticides Ltd), विक्रम श्रॉफ (निदेशक, UPL लिमिटेड), राजेश अग्रवाल-इन्सेक्टिसाइड्स (इंडिया) लिमिटेड, और स्मिथ पटेल ने 16वें ICCE की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर के किया.
यह आयोजन वितरकों, आपूर्तिकर्ताओं, अनुसंधान एवं विकास अधिकारियों, तकनीकी अधिकारियों, निर्माताओं, सलाहकारों, निर्यातकों, आयातकों, कृषिविदों, अनुसंधान संस्थानों, वैज्ञानिकों, व्यापारियों, पत्रकारों, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और सहकारी समितियों, उद्यम पूंजीपतियों और वित्तीय प्रतिनिधियों से मिलने का अवसर प्रदान करता है. सेवा प्रदाता, किसान और डीलर, संबद्ध रसायन और पैकेजिंग सामग्री आपूर्तिकर्ता, बीज कंपनियां, छिड़काव और सिंचाई उपकरण निर्माता, वृक्षारोपण और बागवानी उत्पादक, जैव-कीटनाशकों के निर्माता और वितरक, जैव-उर्वरक, सूक्ष्म पोषक तत्व, प्रमुख सरकारी अधिकारी, नीति निर्माता और शोधकर्ता, उद्योग संघ, चैंबर ऑफ कॉमर्स आदि सभी कृषि इनपुट के साथ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हैं.
यह भारतीय व्यवसायों के लिए विश्वव्यापी बाजार में अपनी पहुंच बढ़ाने, नए लोगों से मिलने और अपने व्यवसाय को बढ़ाने का भी एक अवसर है.
क्या है प्रख्यात वक्ताओं के विचार!
इस अवसर पर, राजेश अग्रवाल, एमडी, इंसेक्टिसाइड्स (इंडिया) लिमिटेड कंपनी, इंसेक्टिसाइड्स इंडिया लिमिटेड ने शुरुआत करते हुए अपने भाषण में कहा, जो किसानों को समृद्ध बनाने के लिए अत्यधिक उत्पादक और प्रगतिशील दृष्टि और मिशन के साथ कृषि को मजबूत करने के लिए समर्पित था. "हम विनिर्माण, प्रशिक्षण, और अनुसंधान और विकास में शामिल हैं," उनका कहना है की "हम कृषि क्षेत्र की सभी दिशाओं में सक्रिय हैं और हम किसी और सभी के लिए एक विश्वसनीय भागीदार हैं.
राजेश अग्रवाल ने इस विषय को गंभीरता से लेते हुए कहा की दुनिया 11 अरब लोगों के लिए भोजन का उत्पादन करती है, और हम केवल 7.8 हैं, लेकिन अभी भी ऐसे लोग हैं जिनके पास खाने के लिए पर्याप्त भोजन नहीं है, उन्होंने आगे कहा, कृषि क्षेत्र में हम महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां को निभाने की क्षमता रखते हैं.
इन महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए हमें सहयोग करना चाहिए. सभी के लिए सह-अस्तित्व के पर्याप्त अवसर हैं, उन्होंने कहा, विभिन्न तकनीकों, कंपनियों और यहां तक कि विभिन्न विषयों वाली कंपनियां भी सह-अस्तित्व में हो सकती हैं. वह आगे कहते हैं कि विभिन्न दिशाओं में अच्छा प्रदर्शन करने वाली कंपनियों के योगदान के कई उदाहरण मौजूद हैं.
क्रोडा में क्रॉप केयर और साउथ एशिया के क्षेत्रीय बिक्री प्रबंधक ओम दांडे ने भी सभा को संबोधित किया और अपने विचारों को सभी के समक्ष रखा. उन्होंने विभिन्न कारकों पर चर्चा की जो अधिक टिकाऊ कृषि में योगदान करते हैं. जैसे कि जैविक कृषि का विकास, तकनीकी विकास और बीज उपचार बाजार का तेजी से विकास.
उन्होंने क्रोडा की जैविक गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला, जो इस कुछ इस प्रकार हैं:
-
बाजार को समझना
-
अनुसंधान संस्थानों और विशेषज्ञों का साथ और सहयोग
-
प्राथमिकताओं का अध्ययन
-
नियामक दृष्टिकोण
-
फॉर्मूलेशन विकसित करना
-
बीजों का मूल्यांकन