देश में खरीफ फसलों की कटाई लगभग समाप्त होने वाली है और गेहूं की बुवाई शुरू होने वाली है. ऐसे में किसानों को सही सलाह की ज्यादा जरूरत होती है. इसके लिए पूसा के वैज्ञानिकों ने गेहूं की बुवाई को लेकर एक एडवाइजरी जारी की है जिसमें किसानों को गेहूं की बुवाई शुरू करने की तारीख बाताई गई है. पूसा के वैज्ञानिकों ने किसनों को सलाह दी है कि गेहूं के खेतों को तैयार करना चालू कर दें और 20 अक्टूबर से गेहूं की अगेती किस्मों की बुवाई शुरू कर सकते हैं.
जानें,गेहूं के बुवाई का सही समय
ICAR-IARI के विशेषज्ञों द्वारा जारी एडवाइजरी में बताया गया है कि किसान गेहूं की बुवाई 20 अक्टूबर से 10 नवंबर के बीच अगेती किस्मों की बुवाई कभी भी कर सकते हैं. वहीं गेहूं की दूसरी किस्मों की बात की जाए तो बुवाई के लिए 10 नवंबर से 25 नवंबर का समय सबसे उपयुक्त है.
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जांच परखकर करें बीजों का चयन
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पूसा विशेषज्ञों के अनुसार किसान अलग- अलग बीजों को एक साथ ना मिलाएं और एक खेत में एक ही किस्म के बीजों की बुवाई करें.
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अच्छी पैदावर के लिए प्रामाणित बीजों का ही इस्तेमाल करें और बुवाई से पहले बीजों का उपचार जरूर करें ताकि बीज में रोग लगने की संभावना कम हो जाए.
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बीजों के उपचार के लिए थीरम और कैप्टॉन का प्रयोग कर सकते हैं. ध्यान रहें कि इसकी कोटिंग करने के बाद बीजों को किसी छायादार जगह पर जरूर सुखाएं.
जुताई को लेकर जारी एडवाइजरी
कृषि विशेषज्ञों ने गहरी जुताई न करने की सलाह दी है. इसके पीछे विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बुवाई के दौरान गहरी जुताई की जाती है तो बीज उतनी अच्छी तरह से अंकुरित नहीं होती हैं.