प्राचीन काल से भारत मसालों की भूमि के नाम से जाना जाता है. विश्वभर में भारत मसालों का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता एवं निर्यातक देश है. भारत में पाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की मृदा एवं जलवायु होने के कारण यहाँ 20 बीजीय मसालों सहित कुल 63 प्रकार के मसालों की किस्में उगाई जाती है
पौष्टिकता और औषधीय गुणों के साथ ही मसाले खाने में जान ही नहीं डालते, बल्कि इनकी खेती किसानों को समृद्ध भी बना सकती है. देश में 52 तरह के मसालों की खेती होती है, जिनमें मुख्य रूप से हल्दी, अदरक, मिर्च, लहसुन, धनिया, मेथी, सौंफ, अजवाइन, कलौंजी, सोया आदि शामिल हैं. मसालों वाली फसलों की खेती (Cultivation Of Spice Crops) करने वाले किसानों को अक्सर बाज़ार में बीज आसानी से उपलब्ध नहीं होते हैं. उन्हें बीज प्राप्त करने के लिए लम्बी कतार में खड़ा होना पड़ता है, साथ ही कभी-कभी समय पर बीज प्राप्त नहीं हो पाते हैं, जिससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में मसालों की खेती करने वाले किसानों के लिए यह अच्छी खबर है.
बता दें कि किसानों को बीज आसानी से उपलब्ध हो सके, इसके लिए राजस्थान के अजमेर में स्थित राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केंद्र (ICAR-National Research Centre on Seed Spices) ने बीजीय मसालों की खरीद के लिए ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है. जहां से किसान भाई मसालों के बीज की खरीद ऑनलाइन माध्यम से कर सकते हैं.
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इसके अलावा पोर्टल को एसबीआई के 'योनो कृषि एप' से भी कनेक्ट कर दिया गया है. जिस किसान भाई का खाता एसबीआई बैंक में है, वो यहाँ से आसानी बीज की खरीद कर सकते हैं.
पोर्टल अन्य भाषाओं में उपलब्ध (Portal Available In Other Languages)
राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केंद्र की तरफ से मसालों की खरीद देश के हर राज्य के किसान भाई कर सकते हैं. यह ऑनलाइन पोर्टल हिंदी के अलावा अन्य भाषाओं में उपलब्ध है. आप अपनी भाषा अनुसार इसमें आवेदन कर मसालों की खरीद कर सकते हैं.