सेंटर फॉर प्रोटेक्शन कल्टीवेशन टेक्नोलॉजी (सीपीसीटी) ने जेडटीएम और बीपीडी यूनिट, आईसीएआर-आईएआरआई के साथ मिलकर मंगलवार, 19 दिसंबर 2023 को सीपीसीटी और सब्जी विज्ञान प्रभाग में एक 'फील्ड डे' का आयोजन किया. जिसका उद्देश्य किसानों और बीज कंपनियों को टमाटर की नई किस्मों की जानकारी उपलब्ध करवाना था. इस दौरान किसानों और बीज कंपनियों के लिए संरक्षित और खुले खेत में टमाटर की उन्नत किस्मों की जीवंत प्रदर्शनी आयोजित की गई.
डॉ. ए.के. सिंह, निदेशक, आईएआरआई; डॉ. पी.के. सिंह, पादप अन्वेषण एवं जर्मप्लाज्म संग्रह प्रमुख, एनबीपीजीआर; डॉ. जाकिर हुसैन, प्रधान वैज्ञानिक, सब्जी विज्ञान; डॉ. आकृति शर्मा, सीईओ और प्रभारी, पूसा कृषि, जेडटीएम और बीपीडी इकाई; एनबीपीजीआर के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. सतीश कुमार यादव सहित कई अधिकारी और वैज्ञानिक इस दौरान उपस्थित रहे. किसानों और छात्रों के अलावा, बायर, एडवांटा, नुजिवीडु सहित 20 से अधिक बीज कंपनियों ने भी इस जिवंत प्रदर्शनी में भाग लिया.
मीडिया से बात करते हुए डॉ. ए.के. सिंह ने टमाटर की किस्मों की मुख्य विशेषता पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे आईएआरआई की आनुवंशिक सामग्री विभिन्न तरीकों से किसानों तक पहुंच रही है. उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से हम उद्योग जगत को अपनी लागत प्रभावी तकनीकें देने का प्रयास कर रहे हैं ताकि वे इसे आगे किसानों को प्रदान कर सकें.
इस 'फील्ड डे'का उद्देश्य बताते हुए डॉ. पी.के. सिंह ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हमारे वैज्ञानिकों द्वारा किया गया शोध उद्योग और फिर किसानों तक पहुंचे, जिससे अंततः उन्हें अपनी आय बढ़ाने में मदद मिले. उन्होंने कहा कि टमाटर की ये सभी किस्में रोग प्रतिरोधी हैं और किसान इन्हें बरसात के मौसम में भी बो सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि टमाटर की ये संकर किस्में प्रति हेक्टेयर 80 से 100 टन तक उत्पादन कर सकती हैं, जो वास्तव में बहुत बड़ी है. वहां मौजूद डॉ. जाकिर हुसैन ने एक प्रस्तुति के माध्यम से प्रतिभागियों को टमाटर की सभी किस्मों के बारे में विस्तार से बताया.
वहीं, प्रौद्योगिकी प्रसार में ZTM BPD की भूमिका के बारे में बात करते हुए, डॉ. आकृति शर्मा ने कहा कि यह सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है कि IARI वैज्ञानिकों द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियाँ निजी कंपनियों के माध्यम से उचित मूल्य पर कृषक समुदाय तक पहुंचें. इसके लिए, हम ऐसे आयोजनों के आयोजन में सेंटर फॉर प्रोटेक्शन कल्टीवेशन टेक्नोलॉजी, वेजिटेबल साइंस और आईएआरआई के अन्य प्रभागों के साथ काम करते हैं. IARI न केवल अपनी प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन करने के लिए बल्कि उद्योग को भी शामिल करने के लिए नियमित रूप से ऐसे क्षेत्र दिवस कार्यक्रम आयोजित करता है.