भारत उन देशों में से एक है. जिसकी जनसंख्या की एक बड़ा हिस्सा कृषि पर निर्भर है. इसलिए भारत को एक कृषि प्रधान देश भी कहा जाता है. यहाँ की तक़रीबन 60% आबादी प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से खेती पर निर्भर है. इसलिए इसके सभी राज्यों में हर एक मौसम में अलग-अलग फसलों की खेती होती रहती है.
किसानों को खेती करने के दौरान अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इन समस्याओं से जूझकर जो किसान फसल की अच्छी पैदावार कर लेते है उन किसानों को और अच्छी तरह से खेती करने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार की तरफ से प्रोत्साहन राशि देती जा रही है. इसी कड़ी में हरियाणा सरकार ने हरियाणा में गन्ना की खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया हैं.
दरअसल गन्ना उत्पादक किसानों को गन्ना तकनीकी उद्देश्य के तहत हरियाणा सरकार की कृषि एवं कल्याण विभाग की ओर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. हरियाणा के सहायक गन्ना विकास अधिकारी डॉक्टर जगजीत सांगवान के मुताबिक वर्ष 2018-19 के लिए गन्ना तकनीकी उद्देश्य परियोजना के अंतर्गत हरियाणा में गन्ना की खेती (Sugarcane Farming) करने वाले सभी किसानों को असलीय बिजाई, एक आंख बिजाई व बाइड रो स्पेसिंग के लिए तीन हजार रुपए दिए जाएंगे तथा गड्ढा विधि से बिजाई करने वाले किसानों को दस हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
ऊपर दिए गए विधि से गन्ने की बिजाई करने वाले इच्छुक किसान हरियाणा की कृषि एवं कल्याण विभाग की वेबसाइट पर www.agriharyana.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं.
गौरतलब है कि अभी हाल ही में 'वेदा लाइफ रिसर्च' ने कुछ किसानों पर एक रिसर्च किया था. जिसमे यह बात सामने आई है कि देश के किसानों कि हालत उतनी अच्छी नहीं है जितनी की सरकारी आकड़ो में बताई जाती रही है. किसानों के सच्चाई की हालत ये है कि उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे बड़े राज्यों के ज्यादातर किसानों कि आर्थिक स्थित काफी दयनीय है. उत्तर प्रदेश के 84 % ऐसे किसान है जिन्हे आमदनी का कोई दूसरा विकल्प मिल जाये तो वह खेती करना छोड़ देंगे. सर्वे के मुताबिक ऐसी स्थित देश के कई राज्यों के किसानों की है.